रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बयान पर पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. बघेल ने कहा है कि जब कमजोरी आ जाती है तो चक्कर आने लगते हैं और आंखों के आगे अंधेरा छाने लगता है. उन्होंने कहा है कि यह एक बीमारी है और जब भी आंखों के आगे अंधेरा छाने लगे तो बल्ब को फ्यूज नहीं बताना चाहिए बल्कि इलाज करवाना चाहिए.

दरअसल मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने किसानों को बोनस देने के मामले को लेकर कहा था कि बोनस तिहार से कांग्रेसियों का फ्यूज उड़ गया है. मुख्यमंत्री के इसी बयान पर पलटवार करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि डॉक्टर होने के नाते रमन सिंह जी इस बीमारी के बारे में तो जानते ही हैं लेकिन वे समझ गए हैं कि इसका इलाज उनके बूते का नहीं है. उन्होंने भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक में इसकी कोशिश की थी. उन्होंने नेताओं, कार्यकर्ताओं और मंत्रियों से कहा था कि वे कमीशनखोरी बंद कर दें लेकिन वे देख रहे हैं कि कमीशनखोरी की लत ऐसी लगी है कि न वे खुद इसे बंद कर पा रहे हैं और न पार्टी में कोई कमीशनखोरी छोड़ रहा है इसलिए उनके आंखों के सामने अंधेरा और बढ़ता जा रहा है.

उन्होंने कहा है कि जो सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर नक्सली तक हर मामले में विफल रही हो, जो किसानों तक से किए अपने वादे पूरे नहीं पा रही हो और जिसके सारे मंत्री कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के दलदल में धंसे हुए हों, उस सरकार के नेता को चुनाव सामने देखकर अगर आंखों के आगे अंधेरा छा रहा है तो यह अस्वाभाविक नहीं है, और तो और बोनस का दांव तक उल्टा पड़ गया है. न किसानों की आत्महत्या रुक रही है और न उनका आंदोलन रुक रहा है. वे तिहार से मन जरूर बहला रहे हैं लेकिन सच यह है कि इससे उनकी हताशा और बढ़ गई है.