नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कानपुर एनकाउंटर केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मुख्य आरोपी विकास दुबे के चचेरे भाई अमर दुबे को हमीरपुर में यूपी एसटीएफ ने मार गिराया है. अमर शार्प शूटर और विकास दुबे का राइट हैंड था. वहीं हिस्‍ट्रीशीटर विकास दुबे को खोज रही पुलिस को अब तक सबसे बड़ा सुराग मिला है. उसको घटना के बाद से पहली बार हरियाणा में फरीदाबाद के बड़खल चौक पर स्थित श्री सासाराम होटल में देखा गया है. जिसके बाद पुलिस की टीम और चौकन्नी हो गई है.

जब तक हरियाणा पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम होटल में पहुंच पाती, विकास वहां से जा चुका था. पुलिस होटल के सीसीटीवी का डीवीआर अपने साथ लेकर गई है. यूपी पुलिस इस मामले में हरियाणा पुलिस के संपर्क में है और हरियाणा में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है. इसके साथ ही यूपी एसटीएफ टीम की निगाहें मध्य प्रदेश और राजस्थान पर भी टिकी हैं.

होटल के मालिक के मुताबिक यह शख्स साढ़े बारह बजे श्री सासाराम गेस्ट हाउस में अपने एक साथी के साथ आया था. उसने अपना नाम अंकुर बताया था. थोड़ी देर के लिए रूम लेने की बात की थी, लेकिन पहचान पत्र मांगने पर उसने अपना पेन कार्ड दिया था जो साफ नहीं था. कोई और पहचान पत्र दिखाने को जब बोला गया तो वो अपने साथी के साथ वापस चला गया. दावा है कि होटल की सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा शख्स विकास दुबे है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है.

पुलिस ने विकास दुबे की गैंग में शामिल लोगों के फोटो जारी किए थे.

कानपुर के चौबेपुर के विकरू गांव में हुए एनकाउंटर में अमर दुबे शामिल था और विकास का राइट हैंड कहा जाता था. पुलिस ने अमर पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था. पुलिस जब पकड़ने गई, तो अमर भागने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस ने उसे ढेर कर दिया. कानपुर कांड में 2 जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों को मारने में अमर दुबे का भी हाथ था. अमर ने छत से पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की थी. दूसरी ओर विकास के साले ज्ञानेंद्र प्रकाश को मध्यप्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया है.