रायपुर। प्रदेश के सूदूर वनांचल के गावों में लोगों के घरों को सौर ऊर्जा से रौशन किया जा रहा है। जशपुर जिले के वनांचल में दो हजार 847 पहाड़ी कोरवाओं के घरों को सोलर लाईट से रौशन किया गया है। जिले के मनोरा विकासखंड के ग्राम सोनक्यारी के बलराम, सीमा बाई, अजित राम, अर्जुन ने घरों में सौर ऊर्जा लाइट लगने पर बड़ी खुशी जाहिर की है। सौर लाइट लगने पर गांववासियों ने राज्य सरकार के प्रति आभार जताया है। जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत ने अधिक से अधिक सौर लाइट और उससे चलने वाले कृषि पंपों को प्राथमिकता से लगाने को कहा है। सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने राज्य सरकार द्वारा योजना भी बनाई जा रही है।

ऊर्जा विभाग के माध्यम से जिले के वनांचल गावों में पहाड़ी कोरवा परिवारों के घरों में सोलर होम लाईट लगाई गई है। जंगलों के अधिकांश मजरे-टोलों में पहाड़ी कोरवा परिवार निवास करते हैं। दूरस्थ वनांचल के गांवों, बहोरा, चलनी, कामारिमा, करडीह, सोनमुठ, हर्राडीपा एवं सोनक्यारी के घनघोर जंगल-पहाड़ के कई मजरे-टोले में लगभग 191 परिवारों को सोलर होम लाईट संयंत्र देकर उनके घरों को रौशन किया गया है। क्रेडा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जशपुर जिले के 6 मरजे-टोले के 168 हितग्राहियों को सोलर पावर प्लांट एवं दो हजार 679 होम लाईट संयंत्र स्थापित करके दो हजार 847 घरों को सोलर लाईट से रौशन किया गया है।

जंगल के भीतर गावों में किसानों के खेतों में सोलर सिंचाई पंप भी लगाया गया है। इससे किसानों को ख्ेाती-बाड़ी में आसानी हो रही है। अब वे साग-सब्जी उत्पादन करके अच्छी आमदनी अर्जित कर सकेंगे। जिले में विद्युत विहिन क्षेत्रों के कई गांव, मरजे-टोलों को होम लाईट एवं सोलर पावर प्लांट से विद्युतिकरण किया गया है। सौर सुजला योजना से बिजली की व्यव्स्था होने से किसान अब कृषि फसल के साथ ही रबी फसल में दलहन, तिलहन एवं अन्य साग-सब्जी उत्पादन कर सकेंगे और अच्छी खेती करके अपनी आमदनी बढ़ा सकेंगे।