रायपुर। राजस्थान की जो परिस्थिति दिख रही है, उससे लगता है कि ऐसा नेतृत्व जिसके साथ जनाधार है कांग्रेस आलाकमान उसे पसंद नहीं करता. कांग्रेस के नेतृत्व से नई पीढ़ी पूरी तरह से बैचेन है. कांग्रेस का प्लेन हाईजैक होने की स्थिति में आ गया है, कहां जाकर लैंड होगा, कोई पता जानता. यह बात पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राजस्थान के वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष्य को लेकर कही.
रमन सिंह ने कहा कि जब उपेक्षा सीमा से बाहर हो जाती है, तो ऐसी स्थिति बन जाती है.पहले सिंधिया ने पार्टी छोड़ी.वह अपमानित महसूस कर रहे थे. अब दूसरा नम्बर सचिन पायलट का है, जिसकी वजह से पार्टी आज सत्ता में वही पार्टी में अपमानित महसूस कर रहा है. उन्हें केंद्रीय नेतृत्व से मिलने का समय नहीं मिला. अब आगे सबको इंतजार है कि हवा का रुख किधर जाता है.
छत्तीसगढ़ में भी ऐसे हालात, देखते हैं आगे क्या होगा?
मध्यप्रदेश में हुए राजनीतिक घटनाक्रम और अब राजस्थान की सियासी द्वंद के बीच छत्तीसगढ़ के संदर्भ में डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि-कांग्रेस के भीतर यह स्थिति पूरे देश में है. छत्तीसगढ़ में भी ऐसे हालात नजर आते हैं. जैसे उपेक्षा का दौर चल रहा है, अब वक़्त बताएगा ये स्थिति विस्फोटक कब बनेगी. इसका इंतजार सब कर रहे हैं.
सांसदों की सक्रियता पर उठे सवाल तो बोले रमन
इधऱ कोरोना काल में बीजेपी सांसदों की सक्रियता पर उठे सवालों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने बचाव करते हुए कहा है कि कोरोना संकट में सबसे ज्यादा एक्टिव बीजेपी सांसद ही रहे हैं, जो न केवल राहत सामग्री मुहैया कराने में जुटे रहे, बल्कि दूसरे राज्यों में फंसे राज्य के मजदूरों को राहत देने के लिहाज से संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, सांसदों से लगातार बात करते रहे. मुझे नहीं लगता कि इतनी एक्टिविटी किसी अन्य ने की होगी.
कार्यकारिणी पर बोले, कांग्रेस जैसे जंबो लिस्ट नहीं बनेगी
विष्णुदेव साय के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अब कार्यकारिणी का गठन होना है. रमन सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बीजेपी के संविधान में तय पद है. संविधान के अनुरूप ही कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा. हम कांग्रेस जैसे जंबो सेप नहीं बनाते. जितने पद है, उतने ही बनेंगे.