रोहित चंदेल, बालोद। जिले के गुरूर विकासखण्ड के ग्राम चिरचारी और मिर्रीटोला में हरेली त्योहार के अवसर पर प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत ने गोधन न्याय योजना का शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने पशुपालकों द्वारा लाए गए गोबर को दो रुपए प्रति किलोग्राम की दर से अपने समक्ष तौलाकर गोबर खरीदी कार्य शुरू कराया और उन्हें गोबर क्रय पत्रक प्रदान किया.

कार्यक्रम के दौरान मंत्री भगत ने मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों की बेहतरी के लिए गोधन न्याय योजना की शुरूआत की गई है. गोबर की खरीदी से पशुधन के संरक्षण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा मिलेगा. पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी. स्थानीय स्तर पर जैविक खाद उपलब्ध होगी. पशुधन विचरण एवं खुली चराई पर रोक लगेगी. स्वसहायता समूहों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के संवर्धन का कार्य किया जा रहा है, इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.

संजारीबालोद विधायक संगीता सिन्हा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गोधन न्याय योजना बहुउद्देशीय और लाभकारी है, इससे किसानों के जीवन स्तर में सुधार आएगा. इस अवसर पर कलेक्टर जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा, वनमण्डल अधिकारी सतोविशा समाजदार, जिला पंचायत सीईओ लोकेश कुमार चन्द्राकर, अपर कलेक्टर एके बाजपेयी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोनादेवी देशलहरा, उपाध्यक्ष मिथलेश निरोटी, जिला पंचायत सदस्य मीना साहू, ललिता साहू, चंद्रप्रभा सुधाकर सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और ग्रामीण मौजूद थे.

गाय बर चारा ले सकबो

ग्राम मेढ़की के राजराम कहते हैं कि सरकार गोबर खरीदही तो हमन ला फायदा ही होही. पैसा मिलही त गाय मन बर चारा भी ले सकबो और धर म बांध के भी रखबो. शशि यादव ने कहा कि सरकार गोबर खरीदही त बहुत अच्छा बात हवय पहली हमन गोबर ल फेक देवत रहेन अब नयी फेकन, अउ वोला बेचके जेन पैसा आही तेकर ले गाय मन बर चारा खरीदबो, ऐकर ले वो ह बने मजबूत बनही और ज्यादा दूधदही तेकर ले हमन तरक्की भी करबो. गौ पालक शिवकुमार यदु ने कहते हैं कि हम लोग अभी तक गोबर को फेंक देते थे, पर अब सरकार गोबर खरीदेगी तो इससे हमें पैसा मिलेगा, जिससे हम पशुओं के लिए चारा भी खरीद सकेंगे.

विश्व की अपनी तरह की पहली योजना

किसान दुलार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की यह बहुत ही महती योजना है, जिसका सीधा लाभ ग्राम के किसानों एवं गौ पालकों को मिलेगा. इससे उनकी आर्थिक समृद्धि होगी और जो गौ पालक जो चारे के अभाव में अपने जानवरों को बाहर में खुला छोड़ देते थे, वे अब घर पर रखकर गोबर से प्राप्त आय से चारे का प्रबंध कर सकेंगे. यह विश्व की पहली योजना है, जिसमें प्रदेश की सरकार गोबर खरीदकर वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाएगी, जिसके उपयोग से पर्यावरण को भी फायदा मिलेगा.

पूरी ईमानदारी से होना चाहिए क्रियान्वयन

किसान नितेश वर्मा ने कहा कि निश्चित ही यह योजना बहुत अच्छी है, लेकिन इसका क्रियान्वयन पूरी ईमानदारी से होना चाहिए, तभी यह फलीभूत होगा. आज बहुत सी गायें सड़कों में बैठकर दुर्घटना का शिकार होकर या तो अकाल मृत्यु को प्राप्त करती हैं या अपाहिज हो जाती हें. इस योजना को सही रूप प्रदान करते हुए पूरी ईमानदारी से कार्य करवाया जाए और उन लोगों को यह कार्य दिया जाये, जो नि:स्वार्थ भाव से गायों की सेवा करते हैं, तभी इसका उन्हें फायदा भी मिलेगा और उनकी आर्थिक समस्या भी दूर होगी.