रायपुर। सीएम हाउस के सामने आत्मदाह करने वाले हरदेव सिन्हा की मौत के मामले पर पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नींद में सोने से जागने की स्थिति है. यह दुर्भाग्य की बात है कि छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य में एक युवक को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा. पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देना चाहिए. बता दें कि धमतरी निवासी हरदेव सिन्हा की बीती रात रायपुर के कालड़ा अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है.

रूकी हुई भर्ती शुरू करे सरकार

बृजमोहन अग्रवाल ने आगे रूकी हुई भर्तियों को लेकर कहा कि सरकार को भर्ती शुरू करना चाहिए. सारी भर्तियों पर रोक लगा दी गई है. जब भी हम सवाल उठाते है, कांग्रेस सरकार, बीजेपी सरकार के वक़्त का मुद्दा उठती है. आज सरकार में कांग्रेस बैठी है. सवाल सरकार से पूछा जाएगा. जनता ने हमें पिछले चुनाव में जवाब देकर कांग्रेस को सत्ता में बिठाया है.

अपनी गलती केंद्र पर थोपती है राज्य सरकार

तेंदूपत्ता मजदूरों को भुगतान नहीं कराने पर कांग्रेस सरकार विपक्ष के निशाने पर है. इसे लेकर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि क्या तेंदूपत्ता खरीदी केंद्र सरकार करती है ? बीमा और खरीदी राज्य करती है. 1 जून 2019 तक इंश्योरेंस का प्रीमियम पटाना था. राज्य सरकार अपनी गलतियों को केंद्र पर थोपती है. ये सरकार वनवासियों के नाम पर चुनकर आई है. इसके बावजूद 596 करोड़ रुपये तेंदूपत्ता की राशि क्यों नहीं बांटी गई? 2 साल में कितने वनवासी बच्चों को छात्रवृत्ति दी गई ? हजारों तेंदूपत्ता संग्राहक जिनके परिवार में मृत्यु हो गई, उन्हें बीमा का मुआवजा मिल सकता था. इसकी जिम्मेदार सरकार है. वनवासियों के पैसे पर ये सरकार कुंडली मारकर बैठी है.

7 दिन के लॉकडाउन पर उठाए सवाल

छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में 7 दिनों के लॉकडाउन पर बृजमोहन अग्रवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि लॉकडाउन को लगाने का तरीका ठीक नहीं है. 2-3 दिन में बाजार में जितनी भीड़ हुई, यह कोरोना को फैलाने के लिए काफी है. निगम, मंडल में जिन्हें चेयरमैन बनाया गया वह आज पदभार ग्रहण कर रहे है. सरकार हरेली तिहार मना रही है. गोबर खरीद रही है. ये कोरोना को फैलाने के लिए काफी है.