राजनांदगांव। पूरे देश में छत्तीसगढ़ पहला राज्य है, जहां गोबर खरीदने का निर्णय लेते हुए गोधन न्याय योजना आरंभ की गई है और इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बधाई के पात्र हैं. यह बात  परिवहन, आवास एवं पर्यावरण, वन मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम सलोनी में हरेली तिहार पर किसानों से गोबर खरीदकर गोधन न्याय योजना का शुभारंभ करते हुए कही.

वन मंत्री अकबर ने कहा कि गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाकर इसका उपयोग जैविक खाद के रूप में खेती-किसानी में किया जाएगा. छत्तीसगढ़ में 20 हजार गांव हैं, और लगभग 11300 ग्राम पंचायत है, जिनमें 4300 गौठानों का निर्माण होना है. वहीं आज 2785 गौठानों में गोबर खरीदी का कार्य किया जा रहा है. आने वाले समय में यह कार्य विस्तारित रूप लेगा और किसान जैविक खाद खरीद सकेंगे तथा शेष खाद का उपयोग वन विभाग, कृषि विभाग एवं शासन द्वारा किया जाएगा। गोबर एकत्रित करने वाले किसान एवं स्व सहायता समूह को आय का साधन उपलब्ध होगा. इस अवसर पर वन मंत्री अकबर को खुमरी पहनाकर स्वागत किया गया.

अन्त्यव्यवसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के चेयरमैन धनेश पाटिला ने कहा कि आज का यह दिन ऐतिहासिक है. इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों से दो रूपए प्रतिकिलो की दर से गोबर खरीदेगी और इससे जैविक खाद तैयार किया जाएगा. जैविक खाद के उपयोग से खाद्यन्न उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी, वहीं किसानों एवं स्वसहायता समूहों को भी आर्थिक लाभ मिलेगा. इस अवसर पर पंकज शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.

सभा में कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि योजना के अंतर्गत दूसरे चरण में 395 गांव की स्वीकृति मिली है, जहां गोबर खरीदी की जाएगी. इस मौके पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कार्यक्रम में लगाए गए स्टाल का अवलोकन किया. इस अवसर पर महापौर हेमा देशमुख, सरपंच ग्राम सलोनी रतन यादव, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला, अपर कलेक्टर ओंकार यदु, हरिकृष्ण शर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे. आभार प्रदर्शन जिला पंचायत सीईओ तनुजा सलाम ने किया. कार्यक्रम का संचालन शिक्षक परदेशी राम साहू ने किया.

छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लिया जनसामान्य ने

ग्राम सलोनी में आयोजित छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना के शुभारंभ अवसर पर बिहान अंतर्गत जय महालक्ष्मी एवं जय मिनीमाता स्व-सहायता समूह की महिलाओं का व्यंजन स्टॉल लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा. जहां छत्तीसगढ़ी व्यंजन फरा, खुरमी, ठेठरी, भजिया, चीला, मालपुआ, गुलगुला भजिया, उड़द बड़ा एवं अन्य स्वादिष्ट  व्यंजनों की श्रृंखला थी, जिसका लोगों ने आनंद लिया.

किसानों को बांटे गए बैटरी स्प्रेयर, जैविक खाद

आयोजन के दौरान कृषि विभाग के स्टाल में किसानों को बैटरी स्प्रेयर व जैविक खाद का वितरण किया गया, वहीं उद्यानिकी विभाग द्वारा पोषण बाड़ी योजना के तहत किसानों को फलदार पौधा वितरित किया गया. पशुपालन विभाग द्वारा किसानों को मक्का चारा बीज उपलब्ध कराया गया. बिहान योजना के अंतर्गत जय मां अम्बे महिला स्वसहायता समूह द्वारा मास्क का स्टॉल भी लगाया गया था.