शिवम मिश्रा, रायपुर। पॉकेट बुलेटिन में आज देखिए भारत में राफेल, राज्यपाल के एक वर्ष पूरे, मुख्यमंत्री पहुँचे माता के दर, 34 वर्ष बाद नई शिक्षा नीति, ईद को लेकर प्रशानिक तैयारी जैसी ख़बरें शामिल हैं.
भारत पहुँचा राफेल विमान
आखिरकार दशकों के इंतजार के बाद भारत को नई पीड़ी के लड़ाकू विमान के तौर पर राफेल मिल गए हैं. फ्रांस से सोमवार को उड़ान भरने के बाद बुधवार को अंबाला एयरबेस में उतरने पर इन विमानों को वाटर सैल्यूट दिया गया. नए विमानों के भारतीय वायुसेना में शामिल होने को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सैन्य इतिहास में नए युग की शुरुआत बताया है. यूएई के अल दफरा एयर बेस से आज सुबह उड़ान भरने के साथ विमानों ने पश्चिमी अरब सागर में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धक पोत आईएऩएस कोलकाता से संपर्क किया. यूएई के अल-दफरा एयरबेस से उड़ान भरने के बाद दोपहर करीबन 3 बजे एक के बाद एक पांचों राफेल विमान अंबाला एयरबेस में उतरे, जहां फायर ब्रिगेड की ओर से वाटर सैल्यूट दिया गया. राफेल के अंबाला एयरबेस में उतरने के साथ औपचारिक तौर पर भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा.
राज्यपाल अनुसुईया उइके का एक साल पूर्ण
छत्तीसगढ़ में राज्यपाल के रूप में अनुसुईया उइके ने आज एक वर्ष पूर्ण कर लिया. आज से ठीक एक वर्ष पहले उन्होंने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में पदभार ग्रहण किया था. उन्होंने अपने इस एक वर्ष के कार्यकाल को याद करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में उन्हें खूब प्यार मिला है. उन्हें कभी यह एहसास नहीं हुआ कि वह अपने घर से बाहर हैं. वह यहाँ पर स्वयं को एक परिवार के सदस्य के रूप में ही देखती हैं. राज्यपाल उइके ने एक वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेशवासियों के प्रति अभार व्यक्त करते हुए हिंदी सहित प्रदेश की राजभाषा छत्तीसगढ़ी, हल्बी और सरगुजी में ट्वीट कर ने अपने विचार व्यक्त किए हैं.
सपरिवार माता कौशल्या का दर्शन
राजधानी रायपुर के समीप माता कौशल्या की जन्मभूमि चंदखुरी में शीघ्र ही भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ चंदखुरी पहुंचकर माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर में पूजा–अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की. इस दौरान उन्होंने मंदिर के सौन्दर्यीकरण और परिसर के विकास के लिए तैयार परियोजना की विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. यहां कण–कण में भगवान राम बसे हुए है. भगवान राम अपने वनवास का बहुत सा समय यहां व्यतीत किए हैं. छत्तीसगढ़ सरकार भगवान राम के वन गमन मार्ग को पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित कर रही है, जिससे इन स्थलों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिल सके.
छत्तीसगढ़ में बचे सिर्फ 19 बाघ
देश में बाघों की स्थिति पर केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई हालिया रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ के संदर्भ में दिए गए आंकड़े बेहद चौकाने वाले हैं. यह आंकड़े बताते हैं कि राज्य में बाघों की संख्या महज 19 रह गई है, जबकि पिछली रिपोर्ट में यह संख्या 49 बताई गई थी. केंद्र के इस रिपोर्ट को राज्य सरकार ने यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि यह तथ्यात्मक रूप से सही नजर नहीं आ रही है, जबकि बीजेपी ने बाघों की संख्या में आई कमी पर सरकार पर निशाना साधा है. अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के एक दिन पहले ही केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने साल 2018 की बाघों की जनगणना रिपोर्ट जारी की है.
34 साल बाद नई शिक्षा नीति
केंद्र की मोदी सरकार ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया है. यह फैसला कैबिनेट की बैठक के दौरान लिया गया है. इस बैठक में मोदी सरकार ने 34 साल बाद नई शिक्षा नीति को भी मंजूरी दी है. शिक्षा मंत्रालय ने उच्च शिक्षा के लिए एक ही रेगुलेटरी बॉडी नेशनल हायर एजुकेशन रेगुलेटरी अथॉरिटी (एनएचईआरए) या हायर एजुकेशन कमिशन ऑफ इंडिया तय किया है. इस फैसले के बाद यूजीसी व एचआरडी खत्म हो गया है. दरअसल, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने प्रस्ताव दिया था कि मंत्रालय का मौजूदा नाम बदल कर शिक्षा मंत्रालय कर दिया जाए. इस प्रस्ताव पर मोदी कैबिनेट ने मुहर लगा दी है. इसके साथ ही नई शिक्षा नीति को भी मंजूरी दी गई है.
सार्वजनिक कार्यक्रम पर लगी रोक
राजधानी रायपुर में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुस्लिम समाज के प्रमुख लोगों की बैठक हुई. प्रदेश में लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी गई है. इसी के मद्देनजर बैठक में चर्चा करते हुए तय किया गया कि लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए ईद-ए-अजहा का त्यौहार सादगी से मनाया जाएगा. किसी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे. छत्तीसगढ़ राज्य वक़्फ़ बोर्ड ने प्रदेश के सभी मस्जिदों, ईदगाह, मदरसों के लिए यह दिशा निर्देश जारी किया हैं. साथ ही बेवजह घूमने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी. इस दौरान हुई चर्चा में तय किया गया कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के जारी लॉकडाउन के नियम कायदों का पूरा पालन करना होगा.
देखिए पॉकेट बुलेटिन