लखनऊ। अयोध्या में 5 अगस्त को आयोजित राम मंदिर भूमिपूजन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शामिल होने से क्या वंचित रह जाएंगे ? वह भी उस स्थिति में जब ठाकरे भूमिपूजन में शामिल होने की इच्छा ज़ाहिर कर चुके हैं. जी हाँ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ठाकरे की इच्छा रहने के बावजूद उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया. अगर ऐसी स्थिति है, तो ठाकरे चाहकर भी भूमिपूजन में शामिल नहीं हो पाएंगे. जबकि उद्धव के पिता बाला साहब ठाकरे राम मंदिर आँदोलन से जुड़े रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भूमिपूजन कार्यक्रम के लिए देश भर में सिर्फ़ 200 मेहमानों की लिस्ट तैयार की गई है. इसमें सिर्फ़ उत्तप्रदेश के ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को न्योता दिया गया है. अन्य किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री को इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित नहीं किया गया. ये तय हुआ है कि अगर मुख्यमंत्री को बुलाया गया तो सभी को निमंत्रण भेजना पड़ सकता है.
आमंत्रित मेहमानों के नाम को लेकर बरती जा रही गोपनीयता
इधर ट्रस्ट की ओर से जिन 200 मेहमानों को आमंत्रित किया गया उनमें बहुत से लोगों के नाम बेहद गोपनीयता बरती जा रही है. बताया जा रहा है कि सुरक्षा दृष्टि से नाम नहीं बताए जा रहे हैं. लेकिन जिन 200 के नाम तय किए गए हैं उनमें- भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ, संघ के कई नेता, विहिप के कई नेता, उद्योग घराने के कई बड़े सदस्य शामिल हैं. ये जानकारी भी मिली है कि 6 दिसंबर 1992 की घटना में मारे गए कार सेवकों के परिवार के सदस्य को बुलाया जा रहा है. साल 1991 में जिन कार सेवकों पर गोली चली थी, उनके परिवार को भी बुलाया जा रहा है. दूसरे धर्म के भी कुछ खास लोगों को बुलाया जा रहा है. राम मंदिर आंदोलन के पक्षकार इकबाल अंसारी को बुलाने की बात भी आई है.