दिल्ली। मशहूर लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता अरूंधति राय ने सरकार की नीतियों पर तीखा हमला करते हुए उसपर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया।
दरअसल, भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में एल्गार परिषद से जुड़े दिल्ली विश्वविद्यालय के एक एसोसिएट प्रोफेसर की एनआईए द्वारा गिरफ्तारी पर मशहूर लेखिका अरुंधति रॉय ने सरकार से कड़ा विरोध जताया है। गिरफ्तारी के एक दिन बाद रॉय ने देश के कई सक्रिय कार्यकर्ताओं, विद्वानों और वकीलों को निर्दयता से पकड़कर जेल में डालने का आरोप लगाते हुए सरकार पर करारा हमला किया।
रॉय ने कहा कि कट्टर हिंदूवादी सरकार देश के बौद्धिक तबके को जानबूझकर निशाना बना रही है।  दरअसल, एनआईए ने दिल्ली विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हेनी बाबू मुसालियरवीट्टिल थारियाल को नक्सली गतिविधियों और माओवादी विचारधारा को बढ़ावा देने के आरोप में कल गिरफ्तार किया है। रॉय ने कहा कि कार्यकर्ताओं, विद्वानों तथा वकीलों को इस मामले में लगातार निर्दयी तरीके से गिरफ्तार किया जा रहा है. यह सरकार की फासीवादी सोच को दर्शाता है। ये सरकार लाखों लोगों की जिंदगियों के लिए खतरा है।