जोधपुर। सरकार में नंबर 2 और देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह को उस वक्त शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा जब राजस्थान के जोधपुर में इंटेलिजेंस ब्यूरो के रीजनल सेंटर के उद्घाटन करने पहुंचे. देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पुलिस वालों ने गार्ड ऑफ ऑनर देने से मना कर दिया. आनन फानन में दूसरे जवानों को बुलाकर गृहमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
दरअसल साल 2006 के पहले भर्ती हुए पुलिसकर्मी पिछले कुछ दिनों से वेतन कटौती को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को सभी पुलिसकर्मियों ने सामूहिक अवकाश पर जाने का ऐलान किया था.
इसी दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह जोधपुर में इंटेलिजेंस ब्यूरो के रीजनल सेंटर के नए कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे. छुट्टी पर गए जवानों ने गृहमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देने से मना कर दिया. इसके बाद साल 2006 के बाद भर्ती होने वाले पुलिस कर्मियों को बुलाकर गार्ड ऑफ ऑनर दिलवाया गया. अब सरकार गृहमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देने से मना करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
उधर पुलिस कर्मियों के अचानक अवकाश पर जाने से शहर की व्यवस्था चरमरा गई है. पुलिस कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर गए और विरोध-प्रदर्शन भी किया. उनके प्रदर्शन में परिजन भी शामिल हुए.
ये है मांगें
वेतन से कटौती ना की जाए.
मेस एलाउंस 1600 रु. से बढ़ाकर चार हजार रुपए किया जाए
हार्ड ड्यूटी एलाउंस 12% से बढ़ाकर 50% किया जाए
कॉन्स्टेबल की एलिजिबिलिटी 12वीं पास की जाए
बाइक एलाउंस 2000 रु. किया जाए.
सातवां वेतन आयोग 1 जनवरी 2016 से लागू हो