आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वहीं इसकी लड़ाई में कोरोना वीर में सबसे ज्यादा भूमिका खाकी वर्दी का रहा है. बस्तर पुलिस कोरोना के साथ साथ नक्सलवाद से भी लड़ रही है. इस बीच रक्षाबंधन के त्योहार में बस्तर पुलिस ने नक्सलियों को एक अच्छा संदेश दिए है. रक्षाबंधन पर समर्पिण महिला नक्सली ने जगदलपुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा, उप पुलिस अधीक्षक आदित्य पान्डे व अन्य पुलिस अधिकारियों को रक्षा सूत्र बांधा और बदले में अधिकारियों ने उनकी रक्षा का वचन दिया.

जिला बस्तर में सकिय माओवादी- चांदामेटा दरभा निवासी माचकोट एलओएस कमाण्डर लक्ष्मण कुहरामी, भडरोमहु दरभा निवासी माचकोट. एलजीएस कमाण्डर दशरी कवासी एवं मलंगेर एरिया कमेटी सदस्य गंगी, झापड़ीपारा बुरगुम निवासी बारसूर एरिया कमेटी सदस्य साधु, रा गोंदी मारडूम निवासी बारसूर एरिया कमेटी सदस्य मेंदी उर्फ कविता एवं इन्द्रावती एलओएस सदस्य फगनी- इन सभी सक्रिय माओवादियों के परिजन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. जिनके द्वारा पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को रक्षासूत्र बांधकर पर्व मनाया गया एवं पुलिस परिवार के द्वारा परिजनों को उपहार भी भेंट किये गए.

 

कुछ दिवस पूर्व आत्मसमर्पित कटेकल्याण एरिया कमेटी में सकिय पूर्व माओवादी दशमी ने अपने भाई वासुदेव को राखी बांधकर सुरक्षा का संकल्प लिया. दशमी द्वारा बताया गया कि पिछले 10-12 वर्ष से अपने परिजनों से दूर रहकर आज अपने भाई बहन एवं पुलिस परिवार के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाना बहुत उत्साहजनक रहा. पुलिस अधिकारियों द्वारा माओवादियों के परिजनों को विश्वास दिलाया गया कि बस्तर पुलिस उनकी सुरक्षा एवं सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है. इस दौरान माओवादियों के परिजनों के द्वारा मीडिया के माध्यम से अपने राह भटके परिजनों को अपील की गई कि माओवादी गतिविधियां छोड़कर छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति का लाभ लेते हुए आत्मामर्पण कर समाज की मुख्यधारा में जुड़े एवं अपने परिवार के साथ स्वतंत्र जीवन व्यतीत करें.