रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में बस्तर के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने आज शहीद महेंद्र कर्मा की स्मृति को चिरस्थायी करने के उद्देश्य से शुरू की गई ‘शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक समाजिक सुरक्षा योजना‘ और बस्तर विश्वविद्यालय का भी नामकरण शहीद महेंद्र कर्मा के नाम पर करने के लिए मुख्यमंत्री बघेल का आभार प्रकट किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि शहीद महेंद्र कर्मा द्वारा छत्तीसगढ़ की प्रगति में दिए अमूल्य योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने जीवन भर वनांचल के लोगों के अधिकारों और उनकी उन्नति के लिये संघर्ष किया। वनवासियों के हितों के संरक्षण के लिए प्रारम्भ की गई ‘शहीद महेंद्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक समाजिक सुरक्षा योजना‘ के माध्यम से स्व. कर्मा को हमने श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस योजना का लाभ छत्तीसगढ़ के सुदूर वनांचल में आजीविका के लिए तेंदूपत्ता संग्रहण पर आश्रित लोगों को मिलेगा।

इस अवसर पर नितिन सिन्हा, विलास कुमार साखरे, विनोद धुरंधर, किशोर देवांगन, कल्पेश मेहता,  संजय रामानी, आनन्द मिश्रा, रोहित अग्रवाल, अभिषेक सोनी, प्रशांत और शशांक मांढरे सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।