नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने जम्मूकश्मीर के उपराज्यपाल के तौर पर मनोज सिन्हा को नियुक्त किया है. यह नियुक्ति जीसी मुर्मू के इस्तीफा देने के बाद की गई है. अपनी साफसुथरी छवि के लिए जाने जाने वाले भाजपा नेता मनोज सिन्हा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है.

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर संसदीय क्षेत्र का तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके मनोज सिन्हा एनडीए 1 में रेल राज्यमंत्री हुआ करते थे. उनकी राजनीतिक पकड़ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें योगी आदित्यनाथ के चयन से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर देखा जा रहा था.

सिन्हा ऐसे पढ़ेलिखे जनप्रतिनिधियों में शुमार किए जाते हैं, जिनकी जनता के बीच पैठ है. बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग किए मनोज सिन्हा ने 23 वर्ष की उम्र में 1982 में एबीवीपी से राजनीतिक जीवन की शुरूआत करते हुए हुए बीएचयू के छात्रसंघ अध्यक्ष तक बने थे.

गाजीपुर के विकास पुरुष के नाम से विख्यात मनोज सिन्हा ने पहला लोकसभा चुनाव वर्ष 1998 में गाजीपुर से ही लड़ा था, जिसके बाद 1999 में फिर जीत दर्ज की. तीसरी बार 2014 में तीसरी बार गाजीपुर से चुनाव जीतने के बाद केंद्र सरकार में रेल राज्यमंत्री का ओहता संभाला था.