राज्य में बहुत से नेता हैं, जिनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि मजबूत रही है या वे पूर्व से ही बड़े नेताओं के करीबी रहे और इस तरह वे युवा कांग्रेस में पदाधिकारी बने और इस रास्ते चुनावी राजनीत में प्रवेश उपरांत वे इस क्षेत्र में सफल होकर सरकार का हिस्सा बने।

आम साधारण परिवार के युवा, जिनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नही होती जो राज्य के ग्रामीण अंचलों या रशहरों के अपने मुहल्लों कस्बों से युवा कांग्रेस का झंडा थामे पार्टी से जुडकर जमीनी संघर्ष के रास्ते खुद को स्थापित करने यहां डटे हैं।उनके लिए यह जानना दिलचस्प होगा कि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का राजनीतिक सफर ऐसे सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।

कॉलेज की पढ़ाई के बाद वे ब्लाक युवा कांग्रेस से जुड़कर पार्टी के लिए काम करते रहे। फिर ब्लाक महामंत्री नियुक्त हुए, तत्पश्चात अपनी योग्यता के बलबूले वे दुर्ग जिला युकां अध्यक्ष नियुक्त हुए। युवा कांग्रेस का ध्वज थामे, कम उम्र में ही चुनावी राजनीति में प्रवेश किया और फिर सफलता के नित नए शिखरों को छूते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनकर, आज महज 18 महीनों की सरकार में जनहित की ऐतिहासिक नीतियों के बूते वे देश-दुनिया मे अपनी काबिलियत का झंडा लहरा रहे हैं।

आज जो हम देख पा रहे हैं कि प्रदेश में गांव-किसान और अपनी माटी की जितनी चिंता की जा रही है,राज्य के सर्वागीण विकास में संस्कृति के उभार से लेकर बोली भाषा तक को जिस तरह तरजीह दी जा रही है विगत डेढ़ दशक से राज्य में कभी इन पहलुओं पर ध्यान नही दिया गया था।

पिछले साल जब पूरा देश आर्थिक मंदी की चपेट में था, देशभर में ऑटोमोबाइल सेक्टर की बिक्री नीचे जा रही थी, तब इकलौता छत्तीसगढ़ की ऐसा राज्य था जहां ट्रैक्टर और बाइक की बिक्री की रफ्तार ऊंची रही। इस कोरोना काल में भी जहां चहुंओर बेरोजगारी बढ़ रही है, छत्तीसगढ़ ऐसे राज्य के रुप में सामने आया है, जहां भूपेश बघेल के नेतृत्व में बेरोजगारी दर में उल्लेखनीय कमी आई है।

आज स्थापना दिवस पर गौरतलब है कि,राज्य के मुख्यमंत्री बघेल छत्तीसगढ़ राज्य को युवा कांग्रेस संगठन की देन हैं। युवा कांग्रेस से जुड़े राज्य के सभी साथियों के प्रति, आज युवा कांग्रेस स्थापना दिवस पर मेरी यही शुभकामनाएं हैं कि आप सभी सेवा के इसी मार्ग से होते हुए राजनीत में खूब उन्नति करें औऱ जब कभी चुनावी राजनीति में सफल होकर आपको अपने राज्य के लिए कुछ करने का अवसर हासिल हो , राज्य के मुखिया भूपेश बघेल की राह पर चलते हुए किसान मजदूर जवान की आर्थिक उन्नति को ध्यान में रखकर ढेर सारी योजनाएं बनाएं और उन्हें समय पर अमलीजामा भी पहनाएं।

लेखक- आसिफ मेमन