रायपुर- धान नहीं बेचने वाले किसानों को भी दस हजार प्रोत्साहन राशि दिए जाने वाले खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बयान और बाद में जारी किए गए स्पष्टीकरण पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा है कि सरकार यह स्पष्ट करें कि आखिर किन हालातों में मंत्री के सुबह दिए गए बयान को शाम तक बदलने की नौबत आ गई?
डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि सरकार ऐसा कर किसानों के साथ एक बार फिर वादाखिलाफी की भूमिका तैयार कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार की नेतृत्वहीनता की इससे बड़ी मिसाल और क्या होगी कि मंत्री सुबह जो घोषणा करते हैं, शाम को उससे मुकरने के लिए विवश हो जाते हैं! दरअसल कांग्रेस और प्रदेश सरकार में चल रहे गुटीय सत्ता संघर्ष के चलते प्रदेश सरकार दुविधाओं से घिरी हुई है और उसे यह सूझ ही नहीं रहा है कि वह सरकार चलाए कैसे? सुबह बिना धान बेचे किसानों को 10 हज़ार रुपए देने की घोषणा और शाम को उससे पलटना कांग्रेस के इसी अंतर्विरोध का परिणाम है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक व प्रशासनिक सूझबूझ और समझ के अभाव में चल रही यह सरकार प्रदेश का कोई भला कर ही नहीं सकती. जो सरकार किसानों का पैसा किश्तों में देने के लिए भी कर्ज़ पे कर्ज़ लेकर प्रदेश के अर्थतंत्र को ध्वस्त करने पर आमादा है, वह सरकार बस जुबानी जमाखर्च करके झूठी वाहवाही बटोरने की फ़िराक़ में ही लगी हुई है.