रायपुर। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह किसान बोनस को लेकर विपक्ष पर जमकर बरसे. उन्होंने बगैर नाम लिए पूर्व केन्द्रीय मंत्री चरणदास महंत को उनके बयान के लिए आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि बोनस को लेकर विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं की जो प्रतिक्रिया आ रही थी, वह आश्चर्य जनक थी. जब तक बोनस नहीं दिया तब तक ट्यूब लाइट की तरह चेहरा चमक रहा था लेकिन जब से बोनस दे दिया फ्यूज बल्ब की तरह चेहरा हो गया.

उन्होंने कहा कि विपक्ष के एक पूर्वमंत्री ने ये तक कह दिया कि बोनस के सारे पैसों का किसान शराब पी जाएंगे. उनके इस बयान का किसान संगठनों ने प्रदेश के सभी जिलों में कड़ा विरोध किया.

ऐसे नेताओं को किसानों का नेता कहलाने का कोई हक नही. किसान जो अन्न दाता है, उसके लिए ऐसा कमेंट बताता है कि उनकी राजनीतिक स्तर कैसा है. ऐसे नेता वोट की राजनीति के लिए किसानों की बात करते है. बोनस को लेकर हल्ला मचाने वाले कांग्रेसी ही सबसे पहले लाइन में खड़े नजर आए.

बोनस ने संजीवनी का काम किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि बोनस तिहार का सभी जिलों में किसानों ने व्यापक समर्थन दिया. अकाल की पीड़ा थी, जो हताशा का भाव आ गया था, बोनस ने संजीवनी का काम किया. प्रधानमंत्री को धन्यावाद देते हैं कि उन्होंने निर्देश दिया कि अकाल से जूझ रहे किसानों को राहत दी जाए. बोनस तिहार में कार्यकर्ताओं की भागीदारी रही. अद्भुत उत्साह देखने को मिला. हम सब किसान पृष्ठभूमि से ही है. कार्यकर्ताओं के मन मे संकोच था कैसे अपनों के बीच जाएंगे.

मुआवजा देने के लिए सर्वे शुरु
उन्होंने कहा कि किसानों के लिए सरकार की सोच और कल्पना स्पष्ट है. आरबीसी 6 (4) के तहत मुआवजा देने के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. 13 लाख से ज्यादा किसानों को फसल नुकसान पर बीमा का लाभ भी मिलेगा. सरकार को बनाया ही किसानों ने है. किसानों के आशीर्वाद से ही सरकार बनी है. किसान के घर खुशहाली होती है तभी व्यापार चलता है, डॉक्टर की डॉक्टरी चलती है. बोनस तिहार के बाद अब 14 लाख वनवासी को 270 करोड़ का तेंदूपत्ता बोनस देना है. तेंदूपत्ता तिहार मनाने जा रहे है.