पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा। जिले के मारजूम गांव में स्वतंत्रता दिवस पर दोपहर तक ध्वजारोहण नहीं हुआ है. स्कूली बच्चे व ग्रामीण छाता लेकर सुबह से अफसरों के इंतजार में बैठे रहे. वहीं अधिकारी किसी भी हाल में अंधेरा होने से पहले तिरंगा फहराने की बात कह रहे हैं. दरअसल, इस इलाके में लंबे समय तक नक्सलियों का दबदबा था और जन गण मन की जगह नक्सली गीत गाये जाते थे. मगर अब इस इलाके के चिकपाल गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है. इसके बाद नक्सली घटनाओं में कमी भी आई है.

इस बार फोर्स ने स्वतंत्रता दिवस की 74वीं वर्षगांठ मारजूम गांव में मनाने की तैयारी की है. मगर ग्राउंड जीरो पर जब लल्लूराम डॉट कॉम के रिपोर्टर पहुंचे तो दोपहर 1 बजे तक तिरंगा नहीं फहरा था, जिस स्कूल में तिरंगा फहराने की तैयारी की गई है, वहां स्कूली, बच्चे, बुजुर्ग और ग्रामीण बरसात में छाता लेकर राष्ट्रध्वज फहरने का इंतजार करते दिखे.

मारजूम के सचिव सुनील दास और ग्रामीणों ने जानकारी दी कि इससे पहले में भी यहां स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण हुआ है.

इलाके में भारी फोर्स तैनात

मारजूम गांव तक पहुंचने के लिए कटेकल्यान से मारजूम तक रास्ते भर में डीआरजी के जवान, महिला कमांडो और बीडीएस के दस्ता नजर आये. इन सबके बावजूद दिन के एक बजे तक तिरंगा नहीं फहराना समझ से परे है. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि क्षेत्र में झमाझम बारिश हो रही है. इस वजह से अधिकारी नहीं पहुंचे पाए हैं.

किसी भी हालत में ध्वजारोहण करेंगे

एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा कि 11 बजे दंतेवाड़ा से कार्यक्रम करके निकले हैं. भारी बारिश भी हो रही है. मारजूम पहुंचकर तिरंगा फहराएंगे. शाम 5 बजे तक भी फहरा सकते हैं.

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