रायपुर। मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर हमला बोला है. संघ और भाजपा के संबंधों को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि अब तो सब कुछ आईने की तरह साफ हो गया है. भाजपा संघ का ही आनुषंगिक संगठन ही है. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, सरोज पांडे वही करते हैं, जिसके लिये संघ उन्हें कहता है. भाजपा की रमन सिंह सरकार में 15 साल तक हुये नान, पनामा, विदेशी खातों, कमीशनखोरी के लिये संघ भी भाजपा जितना ही उत्तरदायी है.

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत का दौरा और भाजपा में चल रहा बयानबाजी का दौर अपने आप बहुत कुछ स्पष्ट कर देता है. संघ कितना भी कह ले कि वो गैर राजनीतिक संगठन हैं सबको सच्चाई पता है. अगर संघ गैर राजनैतिक संगठन होता तो संघ प्रमुख के दौरे को लेकर भाजपा के अधिकृत प्रवक्ताओं को क्यो उत्कंठित होकर बार-बार बयानबाजी करना पड़ रहा है? दरअसल, संघ छत्तीसगढ़ में भाजपा की दुर्दशा के कारण चिंतित है, इसीलिये संघ प्रमुख को छत्तीसगढ़ आना पड़ा है.

त्रिवेदी ने पूछा है कि अब मोहन भागवत ही बता दे कि संघ तो खुद को गैर राजनीतिक संगठन कहता हैं, लेकिन अब स्वयं संघ प्रमुख भाजपा की मदद के लिए क्यों छत्तीसगढ़ आये है ? ये रिश्ता क्या कहलाता है? उन्होंने कहा कि शुरू से कांग्रेस कह रही थी कि संघ प्रमुख मोहन भागवत यहाँ भाजपा की गिरती हुई हालत पर विचार करने के लिए यहां पर आ रहे है, और यही बात सच निकली और भाजपा प्रवक्ताओं के आज के बयानों से इसकी पुष्टि भी हो गयी है.

शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ की हितों की उपेक्षा की, लोकहित की उपेक्षा की और सिर्फ आरएसएस के हितों को बढ़ावा देने का काम छत्तीसगढ़ में किया. इसी का परिणाम है कि भाजपा 15 सीटों तक सिमट कर रह गई. भाजपा ने चुनाव हारने के बाद जिस प्रकार हार का ठीकरा कार्यकर्ताओं के सिर पर फोड़ा और किसानों के हित के खिलाफ केन्द्र की भाजपा सरकार से आदेश पारित कराया, उससे पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा के खिलाफ गहरी नाराजगी का वातावरण है. इसीलिए भाजपा लगातार हाशिये में जा रही है. संघ प्रमुख की बैठक से छत्तीसगढ़ में भाजपा का कुछ नहीं होने वाला है.