सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने एक बार फिर सरकार को नियमिततीकरण करने का वादा याद दिलाया है. दरअसल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव के पहले 50 दिन का अनिश्चितकालीन हड़ताल किया था. इस दौरान कांग्रेस विपक्ष में थी. आंदोलन के मंच पर पहुंचकर कांग्रेस नेताओं ने सरकार बनने पर वादा पूरा करने का आश्वासन दिया था.

इस मामले में आंगनबाड़ी प्रांताध्यक्ष पदमावती साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ के द्वारा अपनी मांगों को लेकर पहले भी सरकार को ज्ञापन सौंपा गया था. 50 दिन का आंदोलन किए हुए तीन साल बीत चुके हैं. पहला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को शासकिय कर्मचारी घोषित कर कलेक्टर दर पर सैलरी प्रदान की जाए. कार्यकर्ता को 5 लाख व सहायिकाओं को 3 लाख रूपए दिया जाए. हड़ताल अवधि का मानदेय जल्द प्रदान किया जाए.

कोविड-19 में जो कार्यकर्ताओं के द्वारा बिना अपनी व परिवार का ध्यान रखे बगैर ड्यूटी कर रहे हैं, उनका 20 लाख का बीमा किया जाए, अन्यथा हमें इस सेवा से मुक्त किया जाए. पर्यवेक्षक भर्ती में पदोन्नत किया जाए व भर्ती जल्द से जल्द निकाली जाए. जिन्हें मोबाइल नहीं दिया गया है, उन्हें प्रदान किया जाए. एरियस भी प्रदान किया जाए. पद्मावती साहू ने कहा कि मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के द्वारा रायपुर कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा.