बिलासपुर। जिले के अमेरी स्थित एचआईवी पीड़ित नाबालिग बच्चियों को एक संस्था में रखा गया था, जहां कोर्ट के आदेश के बाद आज महिला बाल विकास अधिकारी और पुलिस की टीम पहुंचकर 14 बच्चियों को संस्था से आजाद कराकर उन्हें उनके घर पहुंचा दिया है. पुलिस की टीम पर जबरन बच्चियों पर बल प्रयोग कर उन्हें घसीटने और पीटने का भी आरोप लगा है. इस दौरान शासकीय कार्य में बाधा डालने पर अधिवक्ता व सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका शुक्ला समेत तीन लोगों को खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुआ है.

मामले में सीएसपी निमिषा पांडे ने बताया कि शासन के आदेश पर एचआईवी पीड़ित नाबालिग बच्चियों को पुलिस और प्रशासन के साथ महिला बाल विकास के अधिकारी लेने गए थे. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने शासकीय काम में बाधा डाला, धक्का मुक्की भी हुई. जिससे एक अधिकारी को चोट भी आई है. शासन के आदेश पर एचआईवी पीड़ित बच्चियों को उनके जिले में भेजा गया है. इधर संस्था के संजीव ठक्कर का कहना है कि पुलिस और प्रशासन ने बच्चों के साथ मारपीट की और बिना सूचना के पुलिस बच्चों को लेने आ गई.

अवर होम संस्था से कुल 14 नाबालिग बच्चियों को छुड़ाया गया है. जिनमें से 4 बच्चियां बिलासपुर जिले, 1 रायगढ़, 3 जांजगीर, 3 कवर्धा और 3 रायपुर की बच्चियां शामिल है. जिन्हें रेस्क्यू कर उनके घर भेज दिया गया है.