रायपुर। राजधानी रायपुर में बने पूर्ववर्ती रमन सरकार की बहुचर्चित स्काईवॉक पर हल निकलने का नाम नहीं ले रहा है. स्काईवॉक का विरोध कर रही भूपेश सरकार को बने डेढ़ साल हो गए, लेकिन अभी तक कोई नतीजे तक नहीं पहुंची है. सरकार ने जो कमेटी बनाई थी वो कमेटी भी कोई सही निर्णय नहीं ले सकी. अब एक और सब कमेटी का गठन कर दिया गया है. अब इस फैसले पर पूर्व मंत्री बृहमोहन अग्रवाल ने सरकार पर तंज कसा है. बता दें कि इस स्काई योजना को करीब 87 करोड़ रूपए की लागत से बनाया जा रहा था.

जिस स्काई वॉक को लेकर कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए बड़ा सियासी मुद्दा बनाया था, सरकार में आने के बाद उसकी उपयोगिता को लेकर कमेटी का गठन किया था, अब वही स्काई वॉक के बनने का रास्ता साफ होता दिख रहा है. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता वाली कमेटी ने डेढ़ साल तक चले मंथन के बाद यह निष्कर्ष निकाला है कि इसे तोड़ना सरकारी राशि का क्षति करने जैसा है, हालांकि आज हुई कमेटी की उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि स्काई वॉक के निर्माण से जुड़ी राशि का नए सिरे से आंकलन करने जैसे विभिन्न मुद्दों के विश्लेषण के लिए एक सब कमेटी का गठन किया जाएगा.

पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि स्काईवॉक के निर्माण के संबंध में शासन के द्वारा एक कमेटी गठन की गई थी. अभी मेरी जानकारी में आया है कि उस कमेटी ने तय किया है कि स्काईवाक को पूरा किया जाए. जब यही निर्णय लेना था, तो पिछले डेढ़ साल से उस स्काईवाक को बंद करके क्यों रखा था ? लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हम इस निर्णय का स्वागत करते हैं. हम आग्रह करते हैं कि अगले 6 महीने में इस स्काईवाक को पूरा कर जनता की सुविधाओं के लिए खोल दिया जाए.

उन्होंने आगे कहा कि स्काई वॉक में पैदल चलने के साथ और अल्टरनेट क्या उपयोग हो सकता है इस पर भी विचार करना चाहिए ? ये सरकार हर निर्णय में इतना देरी करती है, उसके कारण रायपुर शहर को दो साल से स्काई वॉक के निर्माण का इंतजार था. इसका निर्णय आज हुआ है. यदि यह निर्णय पहले ले लिया जाता, तो रायपुर की जनता को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता.

बता दें कि कांग्रेस विपक्ष में रहते हुए स्काई वॉक को लेकर लगातार विरोध जता रही थी. कांग्रेस सरकार बनते ही इस पर निर्णय जनता पर छोड़ दिया था कि स्काईवॉक का क्या किया जाए, फिर सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता एक कमेटी का गठन कर दिया गया. यह कमेटी ने डेढ़ साल गुजर जाने के बाद भी कोई ठोस निर्णय नहीं ले सकी. माना यह जा रहा है कि अब इस स्काईवॉक को तोड़ा नहीं जाएगा, बल्कि इसका निर्माण कार्य पूरा कर उपयोग में लाया जाएगा. कुल मिलाकर जिसका कांग्रेस निर्माण के दौरान से विरोध करती आई थी, अब उसे ही शुरु करने की तैयारी में हैं. जिस कारण बीजेपी भी कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो रही है.