पवन दुर्गम, बीजापुर। जिले में लगातार कई दिनों से बारिश हो रही है. तेरहवें दिन की बारिश ने तबाही मचा दी है. नदी नाले उफान पर है. जिले में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. बाढ़ थमने का नाम नहीं ले रहा है. मिंगाचल, तालपेरु, चिंतावावु नदियां भयानक रूप लेती जा रही हैं. मुख्यायल से दूर नक्सल प्रकोप वाले क्षेत्रों में कई ग्रामीण फंसे हुए थे. एसडीआरएफ की टीम ने रात में ही रेस्क्यू अभियान चलाकर ग्रामीणों के सुरक्षित बाहर निकाला.

दरअसल, 2 दिनों से पुल टूटने की वजह से 15 ग्रामीण उसरीबजार गांव में फंसे थे. लगातार बाढ़ और बारिश की वजह से हालात मुश्किल थीं. खबर आई कि 15 ग्रामीण जद्दोजहद करते मदद के इंतजार में हैं. जिसके बाद तहसीलदार युगल किशोर के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम को लेकर उसरीबाजर की ओर रेस्क्यू के लिए निकले.

रात करीब 7 बजे पूरा रेस्क्यू टीम बोट की मदद से रेस्क्यू के लिए निकला. नक्सल इलाका और घना अंधेरा होने की वजह से सर्चलाईट और पेलिकेन लाइट सबसे ज्यादा कारगर साबित हुई. रात करीब 8 बजे एक घंटे की रेस्क्यू आपरेशन के बाद SDRF की टीम सभी 15 ग्रामीणों को सकुशल भैरमगढ़ लेकर लौटी. वहीं भारी बारिश के चलते नेशनल हाईवे भी घंटों बन्द रहा. कई ग्रामीणों के आशियाने बाढ़ ने उजाड़ दिए हैं. सैकड़ों मवेशी और सैकड़ों एकड़ खेती बर्बाद हो चुकी है.

कलेक्टर बीजापुर रितेश अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन की टीम दिन रात लगी हुई है. जैसे सूचना आ रही है हम तुरंत टीम रवाना कर रहे हैं. कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र या उफान वाले नदी नालों की ओर जाने से बचें. कलेक्टर ने जनता से सहयोग करने की अपील की है.