रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी के भीतर मचे घमासान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सब्र का बांध टूट गया है. कांग्रेस के लिए जिन नेताओं ने जीवन खपा दिया, उन्होंने गांधी परिवार से अलग नेतृत्व की मांग की है. यह कांग्रेस जनों की निराशा को दिखाता है.

डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि देश की राजनीति में जिस प्रकार लोग इंतजार कर रहे थे, वह अब सामने है. कांग्रेस के भीतर जो हालात है. वह दिख रहा है. लगातार जो पराजय पार्टी ने झेली है, उसकी हताशा भी दिख रही है. उन्होंने पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठाने वाले वरिष्ठ नेताओं पर राहुल गांधी के टिप्पणी किए पर कहा कि जितनी उम्र राहुल गांधी की नहीं है उतना वरिष्ठ नेताओं का अनुभव है. उन पर आरोप लगाना हास्यास्पद है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की मानसिकता अब झलकने लगी है. ज्यादा दिन गांधी परिवार के भरोसे रहना नहीं चाहते. छत्तीसगढ़ में जिस तरह से चिट्ठी लिखी गई, उससे साफ हो जाता है कि भीतर ही भीतर यहां भी विभाजन की रेखा खिंच गई है. छत्तीसगढ़ में नेताओं की स्थायी चिट्ठी तैयार रहती है. जब भी स्वामिभक्ति दिखाने का वक़्त आता है, चिट्ठी भेज दी जाती है.

विस में उठाएंगे जनता के मुद्दे 

वहीं कल से शुरू होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर कहा कि बीजेपी के मुद्दे दरअसल जनता के मुद्दे हैं. कोल माफिया, शराब माफिया, रेत माफिया काम कर रहे हैं. अलग-अलग माफिया सक्रिय हो गए हैं. किसानों को यूरिया नही मिल रहा, लेकिन ब्लैक में व्यापारियों को युरिया आसानी से मिल जा रहा है. शराब दुकानों से ज्यादा बड़ी लाइन युरिया के दुकान में लग रही है. सरकार कहती है कि यूरिया का रैक नहीं आया, यदि रैक नहीं आया तो व्यापारियों के हाथ कैसे लग रहे हैं. इन्हीं सब मुद्दों को उठाएंगे. वक़्त कम है. लेकिन कोशिश होगी कि ज्यादा से ज्यादा मुद्दे उठाये जाएं.