सुप्रिया पांडेय, रायपुर। कोविड-19 की विषम परिस्थितियां हैं, उसके बावजूद भी रेल मंडल ने अपने कार्यकलापों में निरंतर प्रगति की है. ना केवल यात्री सुविधा, बल्कि लॉकडाउन के बाद भी लोगों को सुविधा प्रदान किए गए. यह बात रेल मंडल प्रबंधक श्याम सुंदर गुप्ता ने मीडिया को कोविड-19 के दौरान संभाली गई स्थिति की जानकारी देते हुई कही.

श्याम सुंदर गुप्ता ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की देश के हर कोने-कोने में आपूर्ति करने में हमने लगातार प्रयास किया. जिस समय श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला करता था, माल ढुलाई के साथ-साथ क्षेत्रीय सेवा देने का प्रयास हमारे द्वारा किया गया. ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई विषम परिस्थितियों की वजह से यात्री परिवहन बहुत ही कम मात्रा में निकल रहा. इस पूरे दौर में हमारे रेलवे कर्मचारियों ने बहुत ही डेडिकेशन के साथ काम किया है, और इसी की वजह से ऐसी स्थितियों का डटकर मुकाबला कर पाए.

उन्होंने बताया कि कोविड-19 की विषम परिस्थितियों के बावजूद भी जून और जुलाई के महीने में हमने जो पिछले वर्ष माल लदान से जो अमाउंट रिलीज हुई थी, उसकी बराबरी और जुलाई के महीने में उसे थोड़ा ज्यादा अर्जित की. रेलवे ने अपने अलग-अलग कार्यक्षेत्र कार्यक्षेत्र में इंप्रूवमेंट करने की कोशिश की है. हमने एनाकोंडा जैसे ट्रेन चलाने की कोशिश की है. कोविड 19 के रोकथाम के लिए रेलवे द्वारा लोगों को जागरूक करने का काम भी किया गया. कोविड-19 के इस दौर में राज्य सरकार को भी को-आपरेट करने के लिए 55 कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया, जिसमें लगभग 440 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है, जो मरीजों के रहने योग्य है. इसके लिए हमें 1-2 दिन पहले सूचित करना होगा.

भिलाई चरोदा में लगा रहे सोलर प्लांट

डीआरएम श्याम सुंदर गुप्ता ने बताया कि रेलवे भिलाई-चरोदा में 50 मेगावॉट का एक बड़ा सोलर पावर प्लांट का काम अप्रैल 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा, जिसकी ऊर्जा का उपयोग रेलवे परिचालन के लिए किया जाएगा. इसके अलावा रायपुर मंडल में रेल की गति को 130 किलोमीटर प्रति घंटे करने का कार्य किया जा रहा है. रेल मंडल ने 1 दिन में 40 माल गाड़ियों की आवाजाही का कीर्तिमान हासिल किया. आय की बात करें तो रेलवे को पिछले वर्ष 11 सौ 22 करोड़ की आमदनी हुई थी, इस वर्ष 885 करोड़ की आमदनी हुई है.