सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। विद्या मितान शिक्षक कल्याण संघ ने आज अपनी मांगों को लेकर बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल से पदयात्रा निकाली. संघ ने सरकार को 10 दिन की चेतावनी दी है. अगर मांगे नहीं मानी गई तो 11वें दिन इच्छा मृत्यु करने को मजबूर होंगे. सभी बूढ़ातालाब में एकत्रित होकर प्रशासन को लिखित में आवेदन देंगे कि इच्छा मृत्यु स्वीकार करे.

इस मामले में छत्तीसगढ़ विद्या मितान कल्याण संघ अध्यक्ष धर्मेंद्र दास वैष्णव ने कहा कि आज गांधी यात्रा हम लोगों के द्वारा निकाली जा रही है. हमारा मुख्य उद्देश्य है कि हमारा नियमितीकरण किया जाए, कांग्रेस ने घोषणा पत्र में स्पष्ट तौर पर कहा था कि जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनेगी 10 दिन के भीतर हम आपको नियमितीकरण करेंगे. आज सरकार बने काफी समय हो चुके है और डेढ़ साल से 300 लोग वंचित हैं और 7 महीने से कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं. कोरोना काल में कई लोग बेरोजगार हो चुके हैं. दवाई के लिए भी उनके पास पैसे नहीं थे जो भूखे मर रहे हैं उसके बारे में सरकार को किसी तरह की चिंता नहीं है. हमने सोचा कोरोना काल में ऐसे ही मर रहे है तो रायपुर आकर मरे. सरकार को अपनी एकता और यदि सरकार हमारी मांगों को पूरा करती है तो ठीक है नहीं तो हम यहीं पर इच्छा मृत्यु करके अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेंगे.

प्रकाश भट्ट ने कहा कि यदि सरकार हमारी बात नहीं मानती तो हम लोग यहीं पर इच्छा मृत्यु अपनाने के लिए तैयार हैं, हम सरकार से विनती कर रहे हैं कि यदि आपने अपनी घोषणा-पत्र में कहा है तो उसे पूरा करें कि हमारे बहुत सारे ऐसे 306 विद्या मितान साथी को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. इसके अलावा राज्यपाल के द्वारा विद्या मितान को शिक्षक संवर्ग में भर्ती करने के लिए लेटर जारी किया गया है, लेकिन अब तक उसका कोई पहल नहीं किया गया. हम सरकार को एक सांकेतिक चेतावनी देने के लिए यहां पर उपस्थित हुए छत्तीसगढ़ के जितने भी जिले से विद्यमितान साथी है. सभी एकत्रित होकर बूढ़ा तालाब से लेकर विधानसभा तक के पदयात्रा कर रहे हैं और हमारा जो ज्ञापन है उसे हम सरकार को सौंपेंगे. हम सरकार को 10 दिन का समय दे रहे हैं, यदि 10 दिन में हमारी मांगे पूरी नहीं होती तो 11 वें दिन हम सभी बूढ़ातालाब में एकत्रित होकर प्रशासन को लिखित में देंगे कि हमारी इच्छा मृत्यु स्वीकार करे.