नई दिल्ली। कोरोना काल में आयोजित NEET और JEE (Main) परीक्षा अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोर रहा है. स्थिति का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किशोरवय पर्यावरणविद् ग्रेटा थनबर्ग ने इन परीक्षाओं को स्थगित करने वालों के साथ अपने को बताया है.

ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 महामारी और बाढ़ से जब लाखों लोग प्रभावित हैं, तब भारत के छात्रों को राष्ट्रीय परीक्षा देने के लिए कहना उनके साथ नाइंसाफी है. मैं #PostponeJEE_NEETinCOVID के साथ खड़ी हूं.

वहीं ओडिसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाने की अपील की है. नवीन पटनायक ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान JEE (Main) और NEET परीक्षा के लिए भौतिक रूप से परीक्षा केंद्रों में उपस्थित होना असुरक्षित है. इस लिहाज से सितंबर में होने वाली परीक्षा को आगे बढ़ाए जाने की गुजारिश करता हूं.

भूख हड़ताल पर बैठ छात्र

इधर JEE (Main) और NEET परीक्षा को स्थगित किए जाने की मांग को लेकर वाम छात्र संगठन All India Students Association (AISA) से जुड़े करीबन 4000 छात्रछात्राओं ने एक दिन के भूख हड़ताल पर बैठे हैं. छात्र JEE (Main) और NEET के साथ सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं.

राहुल पहले ही कर चुके हैं मांग

बता दें कि एक दिन पहले ही कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने JEE (Main) और NEET परीक्षा को लेकर सरकार से छात्रों की मन की बातसुनने की बात कहते हुए स्वीकार्य समाधान करने की मांग की थी. कांग्रेस ने JEE (Main) और NEET परीक्षा को स्थगित किए जाने की मांग की है.