रायपुर- सरकार चुनावी समर में जाने से पहले आम जनता का दिल जीतने की कवायद में लग चुकी है. शायद यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने दो दिवसीय कलेक्टर्स-एसपी कान्फ्रेंस में सभी जिलों के कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों को उनका फर्ज याद दिलाया. सीएम ने एसपी-कलेक्टरों को विकास का प्रतीक बताया है. लेकिन इस नसीहत के साथ कि अगर जिले में अपराध हो रहे हैं या बढ़ते जा रहे हैं तो जाहिर है इसमें एसपी की सहमति भी है. दरअसल सीएम ने राजधानी सहित प्रदेश में बेलगाम हो चुके अपराधों को लेकर पुलिस अधीक्षकों को यह याद दिलाया कि एसपी के जूते की धमक ही काफी होती है, छोटे-मोटे अपराधों पर काबू पाने के लिए. बहुत ज्यादा बोलने की जरुरत नहीं है. इसके बावजदू यदि कहीं अपराध हो रहा है तो मैं ये मानकर चलता हूं कि उस अपराध में उनकी असहमति नहीं बल्कि सहमति है.
उन्होंने प्रदेश की पुलिस को उसकी छवि बदलने कर फ्रैन्डली पुलिसिंग पर बल दिया. उन्होंने कहा कि आज आम आदमी थाना के नाम से डरता है लोग दहशत में रहते हैं. लोगों के मन से पुलिस की इस छवि को दूर करना है उन्होंने इसके लिए पुलिस अधीक्षकों को टिप्स भी दिया कि थानेदार के पास आने वाले लोगों को कम से कम ठंडा पानी ही पिला दें भले चाय ना पिलाएं.
कलेक्टर-एसपी एक और एक दो नहीं, बल्कि ग्यारह- रमन
मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि कलेक्टर यदि विकास है, तो एसपी विश्वास. यह दोनों एक और एक मिलकर दो नहीं बनते, बल्कि ग्यारह हो जाते हैं. दोनों मिल जाते हैं, तो उनकी शक्ति दोगुनी हो जाती है. बिना लाॅ एंड आर्डर के विकास नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पुलिस की जवाबदारी दोहरी है. आज छत्तीसगढ़ पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन प्रदेश में 2000 करोड़ की परियोजनाओं पर काम कर रहा है. पुल-पुलियां बना रहा है. स्कूल बना रहा है. 1400 करोड़ के पुलिस हाउंसिंग के काम किये जा रहे है. पुलिस नक्सलियों से लड़ रही है दोहरी दायित्व है पुलिस के पास. ये उनका सौभाग्य है कि पुलिस के अधिकारी हमेशा याद किये जायेंगे. सीएम ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद सफाये की ओर है. जिस तरह सरगुजा में नक्सलवाद समाप्त हुआ बस्तर में भी जल्द समाप्त होगा. ये विश्वास के साथ काम करने की जरूरत है.
सीएम ने बिलासपुर एसपी के कार्यों की न सिर्फ सराहना की बल्कि बाकी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को उनकी तरह ही काम करने की सलाह भी दी. सीएम ने कहा कि बिलासपुर के एसपी ने हवाला मामले में पाकिस्तान से लेकर नेपाल तक जिस तरह से इन्वेस्टिगेशन किया है. वह शानदार रहा. उसे लेकर प्रस्तुतिकरण दिखाया गया. कैसे सायबर क्राइम के जरिये अपराध पर लगाम लग सकते है. कैसे पुलिस के एक सिपाही से लेकर आला अधिकारी तक आईटी के जरिये, सोशल मीडिया के जरिये इन्फॉमिशन शेयर कर सकते है. इसका प्रस्तुतिकरण किया गया. रोड सेफ्टी के लिए प्रस्तुतिकरण किया गया. मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से भी आने वाला वक़्त बेहद महत्वपूर्ण है. बारिश खत्म होने के बाद अब बस्तर में सड़कों के निर्माण में तेजी आएगी. केंद्र से भी 700 करोड़ रुपये मिले है. बस्तर नेट भी पूरा करना है.
लोक अभियोजक के 50 पदों की दी स्वीकृति
पुलिस मुख्यालय में एसपी कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने 50 लोक अभियोजक की पद की स्वीकृति दे दी. उन्होंने कहा कि चालान कोर्ट में पेश करने के मामलों में तेजी लाने के लिहाज से महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. कांफ्रेस के दौरान मुख्यमंत्री ने कम्युनिटी पुलिसिंग पर जोर देते हुए कहा कि समाज की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी बढ़ाई जाए. सीएम ने कहा कि निचले स्तर पर पटवारी और शिक्षकों के पास भी महत्वपूर्ण सूचनाएं होती हैं, लिहाजा पुलिस उनसे भी बेहतर तालमेल के साथ सूचनाओं को एकत्रित करे. सूचना हर जगह से लेना चाहिए. इसमें कही भी कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.
अमिताभ की तरह सहज हो पुलिस अधिकारी
कांफ्रेस में मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने अमिताभ बच्चन का जिक्र करते हुए कहा कि कौन बनेगा करोड़पति जैसे शो में गांव-देहात से आने वाला आम आदमी भी अमिताभ बच्चन के सामने चंद क्षणों में सहज हो जाता है. उन्होंने कहा कि ये अमिताभ बच्चन की खूबी है कि महज तीन मिनट के भीतर ही सामने वाले व्यक्ति को सामान्य कर देते हैं. थानेदार के पास आने वाले लोगों को चाय ना भी पिलाए, तो कम से कम ठंडा पानी ही पिला दें. आम आदमी थाने के नाम से ही डर जाता है. लोग दहशत में आ जाते हैं.