संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। प्रदेश में कोरोना का संक्रमण चरम पर है और संक्रमण फैलने से रोकने राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइड लाइन की धज्जिया भी उड़ाई जा रही है। कार्यक्रमों के आयोजन पर रोक के बावजूद हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठी की जाती है, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को तार-तार किया जाता है। ऐसे में जिम्मेदार नियमों के उल्लंघन को स्वीकार तो करते हैं लेकिन इसके साथ ही वो नियमों को तोड़ने के लिए उकसाने वाला बयान भी दे देते हैं कि लोग अपने स्वास्थ्य के लिए जागरुक हैं।

हम बात कर रहे हैं मुंगेली जिला के लोरमी की। सभी तरह के आयोजनों पर रोक के बावजूद लोरमी में बड़े स्तर पर तीजा मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जहां कोरोना की सरकारी गाइड लाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई। वह भी महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक की उपस्थिति में। इस दौरान किरणमयी नायक ने नियमों का पालन नहीं होना स्वीकार भी किया लेकिन साथ ही लोगों की सुरक्षा के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने के लिए उऩ्होंने एक उकसाने वाला बयान भी दे दियाष उन्होंने कहा कि लोग अपने-अपने स्वास्थ्य के लिए जागरुक  हैं।

इस कार्यक्रम में 200-500 नहीं बल्कि हजारों की संख्या में महिलाएं मौजूद थी। कार्यक्रम में भीड़ बढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बिहान दल की महिलाओं को लाया गया था, वहीं पुरुषों की भी संख्या समारोह में कम नहीं थी. इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी राजेन्द्र कश्यप और कर्मचारी भी शामिल हुए। कार्यक्रम में भीड़ किस कदर खचाखच भरी थी इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जो महिलाएं आई थीं वे एक-दूसरे से सट कर खड़ी थीं।

न सोशल डिस्टेंसिंग, न मास्क

आयोजन में आई भीड़ को रोकने के लिए और मनोरंजन के लिए छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहां उपस्थित महिलाओं को साड़ी वितरित किया गया। महिला आयोग की अध्यक्ष ने महिलाओं को साड़ी वितरित किया लेकिन वे भी बगैर मास्क के नजर आईं। लल्लूराम डॉट कॉम के पास कार्यक्रम के तमाम वीडियो हैं जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन और बगैर मास्क लगाए लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।

नियम का पालन नहीं हुआ – किरणमयी नायक

इस तीज मिलन समारोह में शामिल हुई किरणमयी नायक से लॉकडाउन के नियमों और कोरोना गाइड लाइन के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा नियम का पालन तो नहीं हुआ है, मैं इसे स्वीकार करती हूं। यहां पानी गिरने के कारण थोड़ा बहुत अव्यवस्था हुआ है। मुझे लगता है सब अपने अपने स्वास्थ्य के प्रति स्वयं जागरूक और सचेत हैं।

अधिकारी बने मूक दर्शक

समारोह में हजारों की संख्या में महिलाओं की भीड़ थी। जिसमें संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जारी की गई गाइड लाइन के अनुसार ना तो सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया गया और ना मास्क लगाने के नियम का ही। वहीं कोविड 19 के नियमों का कड़ाई से पालन करवाने के लिए महामारी एक्ट धारा 188 के तहत कार्रवाई करने वाले प्रशासनिक अधिकारी भी इस कार्यक्रम में मूकदर्शक बन कर खड़े रहे।

राज्य में कोरोना 24 हजार, 221 की मौत

गौरतलब है कि राज्य में कोरोना कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है। बीते मंगलवार को राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक राज्य में अब तक 23 हजार 341 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके है। जिसमें से 13 हजार 732 मरीज स्वस्थ्य होने के बाद डिस्चार्ज किए गए है। वहीं 9 हजार 388 मरीज सक्रिय हैं। जबकि प्रदेश में अब तक 221 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।

नहीं हुआ था 15 अगस्त का स्वतंत्रता दिवस समारोह

आपको बता दें हाल ही में प्रदेश के स्कूलों में 15 अगस्त के अवसर पर कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं करने के लिए शासन से आदेश जारी किया गया है। ऐसे में महामारी एक्ट का उल्लंघन करते हुए हजारों की संख्या में महिलाओं को एक जगह इकट्ठा करना अपने आप में बड़ा सवाल पैदा करता है।

समारोह में शासकीय शिक्षक राजकुमार कश्यप ने कार्यक्रम मंच का संचालन किया। कार्यक्रम में पिछड़ा आयोग अध्यक्ष थानेश्वर साहू, कांग्रेस अध्यक्ष सागर सिंह, जिला पंचायत के अध्यक्ष लेखनी शत्रुहन चंद्राकर, जिला कांग्रेस प्रभारी सीमा वर्मा, छाया विधायक राकेश पात्रे, राजेन्द्र शुक्ला, राकेश पात्रे, समेत सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

देखिये वीडियो

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