रायपुर। विधानसभा में कोरोना पर स्थगन प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए जेसीसीजे के नेता धर्मजीत सिंह ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच के सामंजस्य पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि तन, मन, धन से इस लड़ाई में लड़ना होगा. ये समय झगड़े-लडाई का नहीं है. मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री चार पीकर एक साथ बैठेंगे तो कोरोना का संकट हल निकलेगा.

धर्मजीत सिंह ने कहा कि तीन महीने से अचानक स्वास्थ्य मंत्री की पूछपरख खत्म हो गई है. कैबिनेट की बैठक की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री को नहीं होती. अचानक सरकार की ओर से केवल दो मंत्री जवाब देंगे का फरमान आता है. स्वास्थ्य मंत्री की सिर्फ आलोचना होगी. कोरोना के मसले पर बोलने का अधिकार नहीं है. इस गंभीर संकट में आप दोनों के साथ में बयान नहीं आए. दोनों का ट्वीट अलग-अलग आता है. ट्वीट से दोनों के बीच की दूरियां साफ नजर आती हैं. मुख्यमन्त्री के स्वास्थ्य मंत्री एक साथ बैठें कोरोना का रेट घट जाएगा. उन्होंने कहा कि कलेक्टर से बोलकर क्वारेंटाइन सेंटर की हालत सुधरवाइए. केस बढ़ेंगे.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पर स्पष्ट किया कि विभाग के बारे में कोई भी मंत्री बोल सकता है, रोक नहीं है. केवल कैबिनेट के बारे में दो मंत्री बोलेंगे. वहीं चाय पीने की बात पर सीएम ने कहा कि हम चाय भी पीते हैं, खाना भी खाते हैं. धर्मजीत सिंह ने कहा कि कोरोना में कोई मंत्री नहीं गया. प्रभारी मंत्रियों से कहिए कि दौरे करें, कलेक्टर से जाकर बैठक करें. हम आपको जागृत करेंगे. स्थिति बहुत विस्फोटक हो रही है. हम आपके मुहिम में तन, मन, धन से सहयोग करेंगे.