रायपुर। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में मदिरा विक्रय से प्राप्त राजस्व का मामला गरमाया. कांग्रेस विधायक संतराम नेताम के शराब बिक्री से प्राप्त लाभ को लेकर पूछे गए सवाल का आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने जवाब दिया. उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 से जून 2020 तक शासन को शराब के विक्रय से 6831 करोड़ 71 लाख 79 हजार 63 रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है.

सत्तापक्ष कांग्रेस के विधायक संतराम नेताम ने सवाल पूछा कि प्रदेश में कितनी देशी शराब और विदेशी शराब दुकानें संचालित है? इस पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 337 देशी एवं 321 विदेशी शराब दुकानें संचालित हैं. इसके अलावा उन्होंने शराब दुकानों में विदेशी मदिरा पूर्ति के लिए खरीदी की देशी विदेशी कंपनियों की जानकारी भी उपलब्ध कराई.

आबकारी मंत्री ने बताया कि दो करोड़ 17 लाख 85 हजार 66 प्रूफ लीटर देसी मदिरा की खरीदी की गई. जबकि विदेशी मदिरा स्प्रिट की खरीदी एक करोड़ 59 लाख 10 हजार 529 प्रूफ लीटर की गई. विदेशी मदिरा माल्ट की खरीदी 84 लाख 47 हजार 89 लीटर की गई.

चर्चा के दौरान अजय चंद्राकर ने कहा कि शराब में पैसा भी जा रहा है नशा भी नहीं चढ़ रहा है. छत्तीसगढ़ की हालत खराब है. शराब बेचनी है तो अच्छी शराब बेचें. इसके पहले नेता पतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पानी मिलकर शराब बेचने और अधिकारियों पर कारवाई न करने का मामला उठाया था. मंत्री कवासी लखमा ने मामले को दिखवाने का आश्वासन दिया.

वहीं सदस्य रजनीश कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि प्लेसमेंट एजेंसी कई महीनों तक पैसे अपने पास रख रही है. इस मामले में स्पीकर के निर्देश पर आबकारी मंत्री ने दिया मामले को दिखवाने की बात कही.