नई दिल्ली। राष्ट्रीय खेल दिवस एक ऐसा मौका होता है, जब हम अपने खिलाड़ियों की उपलब्धि पर गर्व करते हैं. यह दिवस आयोजन तक ही सिमट कर रह जाता है, लेकिन इस बार हमारे शतरंज खिलाड़ियों ने देश के साथ हमारा सिर भी ऊंचा कर दिया है. भारतीय शतरंज टीम ने पोलैंड को कड़े मुकाबले में पराजित कर शतरंज ओलंपियाड के फाइनल में जगह बनाई है. भारत का फाइनल में मुकाबला रूस और अमेरिका के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा.

ऑनलाइन खेले जा रहे शतरंज ओलंपियाड के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत की टीम पोलैंड के खिलाफ जीत आसान नहीं थी. पहला राउंड 4-2 से हारने के बाद दूसरे राउंड में मजबूती से आगे बढ़ते हुए 4.5-1.5 से जीत दर्ज की. आखिरी और तीसरे राउंड में फैसला आर्मागेडान (टाइब्रेकर) के जरिए होना था, जिसमें भारत की शान विश्व की नंबर दो खिलाड़ी कोनरू हम्पी ने काले मोहरों से खेलते हुए पोलैंड की मोनिका सोको को पराजित किया.

कोनरू की जीत इस मायने में खास रही क्योंकि काले मोहरे से खेलने वाले को अपनी चाल सोचने के लिए महज 4 मिनट का वक्त लगता है, वहीं सफेद मोहरों से खेलने वाले को 5 मिनट का वक्त दिया जाता है. दूसरी ओर काले मोहरे से खेलने वाले का केवल ड्रा कराना ही काफी होता है, लेकिन सफेद मोहरे वाले को जीतना पड़ता है. बावजूद इसके कोनरू ने 73 चालों में ही मोनिका को मात दे दी.

अब रविवार को होने वाले खिताबी मुकाबले में भारत का मुकाबला रुस और अमेरिका के बीच खेले जाने वाले सेमीफाइनल मुकाबले की विजेता टीम से होगा.