मनोज यादव, कोरबा। विश्वास बड़ी चीज होती है, मासूम लोग थोड़ी सी ही पहचान में शातिर लोगों पर भी भरोसा करने लग जाते हैं, और जब तक धोखे का अहसास होता है तब तक नुकसान पहुंचा चुके होते हैं. ऐसा ही मामला कोरबा में सामने आया है, जहां सीएसईबी कर्मी की न केवल अपनी कार गंवानी पड़ी है, बल्कि उसके साथ 12 लाख नगद भी गंवा दिए. अब पीड़ित कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर लगा रहे हैं.

मूलतः करतला निवासी सीएसईबी कर्मी हेमंत राय ने 3 साल पहले कार क़िस्त में ली. कार को चलाए कुछ ही दिन हुए थे कि जान-पहचान वाले युवक राजेश अपने बीएसएनएल इंजीनियर होने का हवाला देते हुए कार को उड़ीसा बीएसएनएल ऑफिस में लगाने की बात कहते हुए ले गया. 2 माह बीत जाने के बाद जब वाहन मालिक ने पैसे मांगे तो उसने एक साथ 4 माह में पैसे देने की बात कही.

पीड़ित का पुत्र गुलशन थाने में की गई शिकायत दिखाता हुआ.

इस बीच राजेश ने हेमंत राय के पुत्र गुलशन और रिश्तेदारों को नौकरी लगा देने के नाम पर 12 लाख और ले लिए. 4 माह बीतने के बाद जब उसने कोरबा आना जाना बंद कर दिया, तब उन्हें ठगे जाने का अहसास हुआ और रामपुर चौकी में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस अब तक आरोपी तक नहीं पहुंच पाई. अब पीड़ित चौकी के चक्कर काट रहा है.

हेमंत राय के पुत्र गुलशन ने बताया की राजेश यूपी का रहने वाला है और पिताजी से जाना पहचान काम के दौरान हुई थी. कार और पैसा लेने के बाद अब राजेश को फोन करने पर वो नहीं उठाता और अब तो वो मोबाइल बन्द बता रहा है. पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाई है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी को घरदबोचे और उसके खिलाफ कार्रवाई करे.