सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। ‘सही पोषण-छत्तीसगढ़ रोशन‘  की अवधारणा के साथ आज से राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया गया. कोरोना महामारी को देखते हुए पोषण माह डिजिटल जन-आंदोलन के रूप में मनेगा. जिला, विकासखण्ड और ग्राम पंचायत स्तर पर विभन्न आयोजन होंगे. कुपोषण के स्तर में व्यापक कमी लाने के उद्देश्य से वर्ष 2018 से देशव्यापी पोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है.

महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी अशोक पाण्डेय ने बताया कि आज से शासन के निर्देश के अनुरूप सुपोषण माह की शुरूआत हो गई है, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की वजह से आज के कार्यक्रम को प्रतिबंधित किया गया है. उसके बाद पूरे महीने भर का डिजिटल फॉर्म में कार्यक्रम तय किया जाएगा और सुपोषण माह महिला एवं बाल विकास विभाग का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है.

इसके माध्यम से हम गांव-गांव में जनप्रतिनिधियों को जागरूक करने के साथ हितग्राहियों को भी पोषण माह के बारे में जागरूक करेंगे. किस तरह का खान-पान जरूरी होता है किस तरह से कुपोषण को दूर किया जा सकता है यह पूरी जानकारी जनप्रतिनिधियों के साथ हितग्राहियों को भी दी जाएगी. साथ ही ज्यादातर कोशिश यह रहेगी कि इस बार यह प्रोग्राम डिजिटल फॉर्म में किया जाए, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग भी मेंटेन हो सके.