खिरेन्द्र यादव, कोण्डागांव। कोंडागांव जिले के ग्राम आलोर स्थित प्रसिद्ध लिंगेश्वरी माता मंदिर का पट आज श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया. देश-विदेश से पहुंचे भक्तों को इसकी जानकारी नहीं थी. इस वजह से भक्तों को भटकना पड़ा. दरअसल, सालों से चली आ रही परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी लिंगेश्वरी माता मंदिर समिति द्वारा 2 सितंबर को मंदिर खुलने का निर्णय लिया गया था. लेकिन कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रशासन एवं मंदिर समिति के द्वारा निर्णय लिया गया कि इस वर्ष केवल मंदिर समिति के पदाधिकारियों के द्वारा पूजा-अर्चना किया जाएगा. क्षेत्र के ग्रामीण दूरस्थ अंचल एवं अन्य राज्य से आने वाले श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध होगा.

बता दें कि यह मंदिर साल में भादो मास के शुक्ल पक्ष बुधवार को केवल एक दिन के लिए ही खुलता है. जहां पर दर्शनार्थी रात से ही कतार बद्ध खड़े होकर मां लिंगेश्वरी की दर्शन के लिए प्रतीक्षा करते हैं. यहां स्थानीय भक्तों की अलावा देश-विदेश से भी श्रधालु हजारों की संख्या में आते हैं.

मान्यता है जिन नवदंपति को संतान की प्राप्ति नहीं होती वो यहां ककड़ी(खीरा) लेकर आते हैं, व संतान प्राप्ति का आशीर्वाद लेकर जाते हैं, पर इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण किसी को भी मंदिर परिसर में आने की अनुमति समिति ने नहीं दिया है. यहां सिर्फ समिति व पुजारी ही मौजूद होंगे. समय  से पहले  सूचना नहीं होने के कारण दूरदराज से आए दर्शनार्थी इस वर्ष मां लिंगेश्वरी के दर्शन को भटक रहे.