रायपुर- छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के बेहिसाब बढ़ोतरी और रिकवरी रेट में पिछड़े जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि कोविड 19 से लड़ाई में राज्य सरकार सबसे कमजोर साबित हुई है.
दरअसल कोरोना को लेकर जारी देशव्यापी आंकड़े बताते हैं कि रिकवरी में सबसे खराब राज्यों में छत्तीसगढ़ मेघालय के बाद दूसरे नंबर पर हैं. सामने आ रहे संक्रमित मरीजों के मुकाबले ठीक होने वाली मरीजों की तादात महज 53.2 फीसदी है. जबकि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में यह 76.3 फीसदी, ओडिशा में 75. 8 फीसदी, आंध्रप्रदेश में 76.4 फीसदी, महाराष्ट्र में 72. 3 फीसदी है. 31 जुलाई तक जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 9 हजार 191 थी, वहीं 31 अगस्त तक यह तादात 31 हजार 502 के पार चली गई. सितंबर महीने की पहली तारीख में सर्वाधिक 1884 केसेज सामने आए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने राज्य में बेलगाम होते कोरोना को सरकार की बदइंतजामी करार दिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि- ‘ पूरे देश में कोविड-19 से लड़ाई में सबसे कमजोर @bhupeshbaghel सरकार रही है. टेस्टिंग में फिसड्डी रही सरकार की बदइंतजामी के कारण रिकवरी रेट में भी छत्तीसगढ़ सबसे नीचे है. प्रदेश में कोरोना पैर पसार रहा है और मुख्यमंत्री सिर्फ आलाकमान को खुश करने लोकार्पण/शिलान्यास में लगे हैं’
थाली बजाने के निर्देश भर से कोरोना खत्म नहीं होता- रविंद्र चौबे
इधर सरकार के प्रवक्ता और मंत्री रविंद्र चौबे ने पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा है कि- लगता है कि आजकर डाॅक्टर रमन सिंह के पास आरोप लगाने के अलावा कोई दूसरी चीज बाकी नहीं रह गई है. कोरोना वैश्विक महामारी है. इसका उस दिन ही बढ़ता तय हो गया था, जब देश में नमस्ते ट्रंप के लिए पलक पावड़े बिछाए गए थे. 18 दिन के महामारी से तुलना करते हुए 21 दिन के लाॅकडाउन की जब घोषणा की गई, तब संक्रमण कम था. जब संक्रमण बढ़ा तो केंद्र की सारी एडवायजरी ध्वस्त हो गई. राज्यों को उनके भरोसे छोड़ दिया गया. पहले दोषी तो केंद्र सरकार है. थाली बजाने का निर्देश देने से कोरोना नहीं भागा.
चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ ने अपने संसाधनों से निपटने का इंतजाम किया है. हम तो रमन सिंह से उम्मीद करेंगे कि केंद्र से कटौती किए जा रहे हमारे संसाधनों पर केंद्र को लिखे, ताकि हम इस महामारी से निपटने अपने ही संसाधनों से मुकाबला कर सकेंगे. छत्तीसगढ़ में संक्रमण बढ़ने का दौर है. एहतियातन सभी जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग और सार्वजनिक समारोहों से सबको बचना है, संक्रम रोकने का एकमात्र उपाय है टेस्टिंग. हमने दोगुने से ज्यादा टेस्ट बढ़ा दिए हैं. इसलिए संख्या ज्यादा दिखाई दे रही है. दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव और रायपुर इन्हीं जगहों पर संक्रमण का फैलाव ज्यादा दिख रहा है. हमे लगता है कि इसे रोकने के बारे में उपाय करना चाहिए. सरकार काम कर रही है.