रायपुर- कोरोना संक्रमण ने छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं और सूचनाओं का प्रचार-प्रसार संभालने वाले जनसंपर्क विभाग में कामकाज पूरी तरह से ठप्प कर दिया है. संभवतः यह पहला ऐसा विभाग होगा, जहां संचालक से लेकर चपरासी तक कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. अब तक विभाग से 25 अधिकारी-कर्मचारी कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि संक्रमण ने उनके परिवारिक सदस्यों को भी अपने घेरे में ले लिया है. विभाग में संक्रमण के आंकड़ें दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं. शासन के समस्त विभागों की सूचनाओं को प्रचारित करने की जिम्मेदारी जनसंपर्क की ही है, लिहाजा कोरोना विस्फोट का सीधा असर सरकार से जुड़ी सभी तरह की सूचनाओं और प्रचार-प्रसार पर पड़ रहा है.
जनसंपर्क विभाग में संचालक, अपर संचालक, संयुक्त संचालक, उप संचालक, क्लर्क से लेकर चपरासी सभी स्तर के अधिकारी-कर्मचारी कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं. कोरोना का संक्रमण इन कर्मचारियों के जरिए इनके परिजनों तक पहुंचा. कई घरों में संक्रमित मरीजों की संख्या दो से ज्यादा हो गई है. उच्च पदस्थ अधिकारी बताते हैं कि दो संक्रमित मरीज ऐसे हैं, जिनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. ऐसे हालातों के बीच विभाग का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो गया है. जो लोग संक्रमण की चपेट में नहीं आए हैं, वे एहतियातन आइसोलेशन में चले गए हैं. कोरोना की दस्तक के साथ ही जनसंपर्क विभाग में तमाम एहतियात बरतते हुए कामकाज संचालित किया जा रहा था. संक्रमण से बचने सरकार की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा था. दफ्तरों में प्रवेश सख्त कर दिए गए थे. सेनिटाइजर और मास्क के इस्तेमाल पर लगातार जोर दिया जा रहा था. बावजूद इसके कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से अधिकारी-कर्मचारी बच नहीं सके.
कोरोना संक्रमण के संकट भरे इस दौर में सरकार के जनसंपर्क विभाग की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है. कोरोना संकट से उबरने सरकार की रणनीति हो या फिर हर रोज के सामने आ रहे आंकड़ें जनसंपर्क विभाग के जरिए ही उसे प्रचारित किया जाता है. जनसंपर्क विभाग से यह आंकड़ें मीडिया और मीडिया के जरिए आम लोगों तक पहुंचते हैं. इसके अलावा सरकार की सभी तरह की गतिविधियों का ब्यौरा जनसंपर्क विभाग के जरिए सामने आता है, ऐसे में विभाग के ज्यादातर अधिकारी-कर्मचारियों के संक्रमित होने से विभाग के सभी तरह के कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं.