भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव का मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है. पिछले दिनों संपूर्ण समाज पार्टी के दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए. सीएम हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने दावा किया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजय सिंह सिकरवार, राष्ट्रीय सचिव, सभी संभागीय अध्यक्ष और अध्यक्षों के साथ संपूर्ण समाज पार्टी का विलय हुआ है, जबकि संपूर्ण समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इसका खंडन किया है. पार्टी के महासचिव ने बयान जारी कर मुख्यमंत्री के झूठ को बताया है.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया में कहा कि आज सम्पूर्ण समाज पार्टी (ससपा) का भारतीय जनता पार्टी में विलय हुआ. ससपा के विजय सिंह सिकरवार व विभिन्न पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई. बीजेपी के परिवार का हिस्सा बने सभी साथियों का स्वागत करता हूं. हम सब पूरी निष्ठा और समर्पण से प्रदेश की सेवा करेंगे.

सम्पूर्ण समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव अर्पित सिद्ध ने बयान जारी कर कहा कि पार्टी के समस्त पदाधिकारियों को सूचित किया जाता है कि सम्पूर्ण समाज पार्टी का किसी भी राजनैतिक दल में विलय नहीं हुआ है. सम्पूर्ण समाज पार्टी के कुछ पदाधिकारियों ने पार्टी में अपना त्यागपत्र देकर अपनी स्वेक्षा से भारतीय जनता पार्टी में साधारण सदस्यता ग्रहण की है, जिसका अर्थ पार्टी का विलय नहीं होता है, समस्त पदाधिकारियों को पुनः सूचित किया जाता है कि यह शिवराज सिंह चौहान द्वारा फैलाई जा रही एक भ्रामक जानकारी है जो की उनके आफिसियल ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से पोस्ट की गई है. सम्पूर्ण समाज पार्टी इसका पुनः खंडन करती है की पार्टी का विलय किसी भी अन्य राजनैतिक दल में नहीं हुआ है. पार्टी पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में कार्यरत रहें और समाज व आम जन मानस के हित में कार्य करते रहें.

संपूर्ण पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेंद्र पांडेय ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान द्वारा उनके ऑफिशियल फेसबुक पेज पर कुछ फोटो शेयर की गई. साथ में लिखा गया कि सम्पूर्ण समाज पार्टी का विलय भाजपा में हो गया, जबकि सम्पूर्ण समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव से बात की तो सच्चाई का खुलासा हुआ और कि सम्पूर्ण समाज पार्टी का किसी भी राजनीतिक दल में विलय नहीं हुआ है. यह सिर्फ और सिर्फ शिवराज सिंह चौहान द्वारा बोला जा रहा सफेद झूठ है, हां कुछ पार्टी के पदाधिकारियों ने भाजपा में साधारण सदस्यता जरूर ग्रहण की है पर उससे कुछ विशेष फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने शिवराज पर आरोप लगाते हुए कहा कि संपूर्ण समाज पार्टी को जातिगत आरक्षण के विरोध में चलाए जा रहे. आंदोलन का प्रदेश की जनता का पुरजोर समर्थन मिल रहा था और इसी का खामियाजा मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में भाजपा को भुगतना पड़ सकता था और वैसे भी यह भाजपा और उसके नेताओं का पुराना खेल है तोड़ जोड़ की राजनीति करते आए हैं. उसी का असर है कि संपूर्ण समाज पार्टी के कुछ पदाधिकारी शिवराज सिंह चौहान के झांसे में आ गए और उन्होंने सम्पूर्ण समाज पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है पर उनके जाने से पार्टी को कुछ खास फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने पार्टी के ऑफिशियल लेटर के माध्यम से राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा मध्य प्रदेश की जनता को दी गई. भ्रामक जानकारी का खंडन भी किया गया.