रायपुर। कोरोना से संक्रमण से पूरे प्रदेश जूझ रहा है. राजधानी में 64 प्रतिशत की रिकवरी रेट के साथ आंकड़ा कुल संक्रमितों की संख्या 30 हजार के करीब पहुंच रही है. वहीं दो जिले बेमेतरा और बिलासपुर की रिकवरी रेट 75 प्रतिशत रिकवरी रेट से अधिक है. इन दो जिलों का चुस्त प्रशासन और मुस्तैद स्वास्थ्य विभाग बेहतर रिकवरी रेट से प्रदेश के अन्य जिलों को राह दिखा रहा है.

कोरोना के नवीनतम 23 सितंबर के आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में कोरोना के कुल 93351 पॉजिटिव केस हैं, जिनमें से 40469 लोगों को अस्पताल से उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है. 16304 लोग होम आइसोलेशन में हैं, वहीं 56773 लोग कोरोना से उबर चुके हैं. प्रतिशत के हिसाब से यह रिकवरी 61 प्रतिशत होती है.

प्रदेश के 28 जिलों में से 12 जिले औसत से ऊपर हैं, इनमें से महज दो जिले ऐसे हैं, जिनमें कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट 75 फीसदी से अधिक है. इनमें पहला स्थान बेमेतरा का है, जहां की रिकवरी रेट 76 प्रतिशत है, तो दूसरा स्थान बिलासपुर का है, जहां की रिकवरी रेट 75 फीसदी है. जाहिर सी बात है कि यहां का प्रशासन कोरोना को लेकर मुस्तैद है.

डॉक्टर समेत पूरे सिस्टम व बिलासपुर वासियों को साधुवाद – कलेक्टर

मरीजों के ठीक होने के आंकड़े को लेकर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने खुशी जाहिर की है, साथ ही और बेहतर परिणाम की बात कही है. कलेक्टर डॉ. मित्तर ने कहा कि कोरोना मरीजों के बेहतर रिकवरी रेट का श्रेय पूरे सिस्टम को है. डॉक्टरों की टीम ने बहुत मेहनत की है, इसका परिणाम अब धीरे-धीरे सामने आने लगा है. जल्द ही बिलासपुर जिले में कोरोना मरीजों की रिकवरी दर को लेकर और अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा. सरकारी गैर सरकारी सभी हॉस्पिटल के डाक्टर अपना 100 प्रतिशत दे रहे हैं, यही वजह है कि बेहतर परिणाम सांमने आया है, उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस प्रशासन और जनता के सहयोग की सराहना की है.