दिल्ली। सरकार द्वारा संसद में पारित कराए गए दो कृषि बिलों के खिलाफ किसान संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। इस विरोध प्रदर्शन का पंजाब और हरियाणा में व्यापक असर होने की उम्मीद है।

गौरतलब है सरकार के बिलों के विरोध में देशभर के किसान लामबंद हैं। देश के 31 किसान संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है। किसानों की जानी मानी संगठन भारतीय किसान यूनियन ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वो सरकार के कृषि बिलों के खिलाफ भारत बंद को पूरा समर्थन देगी। खास बात ये है कि पंजाब और हरियाणा में किसान इस बिल का उग्र विरोध कर रहे हैं। पंजाब में कई दिनों से बिल का विरोध जारी है।

पंजाब में किसानों ने तीन दिन तक रेल यातायात ठप करने का अभियान चलाया है। राज्य में किसान कई जगह रेल लाइनों पर बैठ गए हैं। पंजाब के किसानों ने यह भी कहा है कि सरकार अगर उनकी बात नहीं मानती है तो 1 अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए रेल यातायात ठप किया जाएगा।हरियाणा में भी किसान संगठनों ने किसानों से अपील की है कि शांतिपूर्वक सड़कों और स्टेट हाइवे पर बैठ कर धरना प्रदर्शन करें। किसानों की तरफ से बुलाए गए इस बंद का कांग्रेस ने पूरा समर्थन किया है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि शुक्रवार को भारत बंद में उसके लाखों कार्यकर्ता किसानों के साथ धरना में शामिल होंगे। समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल ने भी किसान आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया है।