सत्यपाल राजपूत, रायपुर। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार तेजी जारी है. लोग सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. इलाज के बाद बड़ी संख्या में लोग स्वस्थ हो रहे हैं. इसके साथ ही इस संक्रमण से लोगों की मौत भी हो रही है. इस मामले में निजी अस्पतालों की स्थिति अच्छी नहीं है. यहां लोगों की ज्यादा मौतें हो रही है. ये सरकार द्वारा जारी की गई आंकड़े है, लेकिन वास्तविक आंकड़े इससे और भयावह है. जानकार लोगों का कहना है कि यहां मौत के सही आंकड़े सामने नहीं आ रहे हैं. यहां मौत की जानकारी छिपाया जा रहा है.

जानकारी के मुताबिक, रायपुर के निजी अस्पतालों में सिर्फ एक महीने में 225 मरीजों की मौत हो गई. इसके विपरीत सरकारी अस्पतालों में कम मौतें हुई हैं. पूरे कोरोना काल (6 माह में) मेकाहारा में 149 और एम्स में 106 मरीजों की मौत हुई है. यहां रिकवरी दर अच्छी है, लेकिन बेड उपलब्ध नहीं होने के चलते मरीजों को मजबूरन निजी अस्पताल का रूख करना पड़ रहा है.

23 सितंबर तक सिर्फ रायपुर में 475 लोगों की मौत हो गई. जान गंवाने वाले मरीजों में महिला मरीजों के मुकाबले पुरूषों की संख्या ज्यादा है. कुल मौत की संख्या में पुरूषों की संख्या 70 फीसदी है. जबकि 30 फीसदी महिला की जान गई है.

जितने मौत के आंकड़े सामने आए उसके हिसाब स्थिति बेहद चिंताजनक है. बताया जा रहा है कि आंकड़े इससे और भयावह है, जिसे छिपाया जा रहा है. अब लोग इस पर जांच करने की मांग कर रहे हैं, ताकि वास्तविक जानकारी लोगों के सामने आ सके.

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निजी अस्पतालों में अत्यधिक मौत चिंता का विषय

सरकारी अस्पताल के मुकाबले निजी अस्पताल में बेहतर इलाज होने की धारणा बनी हुई है. इसलिए अधिकतर लोग निजी अस्पतालों का रूख करते हैं. लेकिन कोरोना के मौत के जो आंकड़े सामने आए हैं, वे बेहद चौकाने वाले हैं. जो लोगों की धारणा के विपरीत यहां मौत की संख्या ज्यादा है.

रायपुर के इन निजी अस्पतालों में हुई (124+101) 225 मौत, देखिये सूची-

बता दें कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़कर 95623 हो गया है. जिसमें 41058 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं. वहीं वर्तमान में 36038 एक्टिव केस है. प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 752 हो गई है.