रायपुर। चुनाव आयोग ने आज बिहार विधानसभा चुनाव तारीखों की घोषणा कर दी. लेकिन देश में खाली हुई लोकसभा व विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तिथि का ऐलान नहीं किया. लोग बिहार के साथ ही मध्य प्रदेश और मरवाही उपचुनाव की तारीख घोषित होने की संभावना जता रहे थे. लेकिन इस कयास पर आज मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने विराम लगा दिया. उन्होंने कहा कि उपचुनाव कब की जाएगी, इसकी अभी घोषणा नहीं की जाएगी. उपचुनाव की तैयारी को लेकर 29 सितंबर को बैठक की जाएगी. इस बैठक में उपचुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी. इसके बाद तारीखों का ऐलान किया जाएगा.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में मरवाही विधानसभा में उपचुनाव होना है. राजनीतिक दलों ने चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन अब चुनाव तिथि का ऐलान नहीं होने पर उन्हें कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही विधानसभा सीट खाली हुई है.

बता दें कि मरवारी से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) ने प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी को चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा कर दिया है. वहीं कांग्रेस ने अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. लेकिन कांग्रेस ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. जल्द ही प्रत्याशी की घोषणा हो सकती है. वहीं भाजपा ने भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. प्रदेश में कांग्रेस 69 सीटों पर काबिज है. वहीं भाजपा 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) 4 व बहुजन समाज पार्टी 2 सीट पर जीत हासिल की है. वहीं एक सीट रिक्ट है.

मध्य प्रदेश की 27 सीटों पर उपचुनाव

मध्य प्रदेश की 27 सीटों पर उपचुनाव होना है. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग उम्मीदवार से नामांकन पत्र, शपथ पत्र और नामांकन को लेकर सिक्युरिटी मनी ऑनलाइन ही जमा करा रहा है.

कांग्रेस से 22 विधायकों ने दे दिया था इस्तीफा

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं. प्रदेश में 10 मार्च को कांग्रेस के 22 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन लिया. इसके बाद कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अल्पमत में गिर गई. सभी 22 विधायक कांग्रेस के बागी ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक है.

12 जुलाई को बड़ा मलहरा से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी और 17 जुलाई को नेपानगर से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी कसडेकर ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा ज्वाइन कर ली. 23 जुलाई को मांधाता विधायक ने भी कांग्रेस से दूरी बना ली. इस तरह अभी तक 25 विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है. वहीं दो विधायकों का निधन हो गया है.