रामकुमार यादव, अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ में पुलिस कितनी सक्रिय है यह तो आप भली भांति जानते हैं लेकिन यहां नकली पुलिस जरुर सक्रिय है, वह भी नकली चालान बुक और नकली सील के साथ। ये नकली पुलिस वाहन चालकों का चालान भी काट रही है और उनसे मोटी रकम की भी वसूली की जा रही है लेकिन असली पुलिस को इसकी कोनों कान कोई भनक नहीं।

मामला अंबिकापुर का है। यहां यूपी के बनारस से रायपुर जा रहे एक ट्रक जैसे ही अंबिकापुर के बस स्टैण्ड रिंग रोड पहुंचा उसी वक्त ट्रैफिक पुलिस बता कर उनसे दो हजार का चालान काटा गया। ट्रक चालक रामजीत को काटे गए दो हजार रुपये की चालान रसीद भी दी गई। असली पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगती अगर ट्रक चालक का असली पुलिस से आमना-सामना नहीं होता।

हुआ यह कि चालान कटने के बाद जैसे ही ट्रक बिलासपुर चौक पहुंचा वहां भी उसे पुलिस वालों ने रोक लिया। ट्रक चालक ने उन्हें चालान कटने की जानकारी देते हुए दी गई रसीद भी दिखाया। पुलिस वालों ने रसीद को पहली ही नजर में फर्जी करार दिया और ट्रक चालक के साथ उस जगह पहुंचे जहां उसका नकली पुलिस वालों ने चालान काटा था। नकली पुलिस की फिर खोजबीन की गई लेकिन उऩका कोई पता ही नहीं चला।

नकली पुलिस की इस कारगुजारी की जानकारी मीडिया कर्मियों को भी लगी। उन्होंने एडिशनल एसपी से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि चालक से सादे कपड़े पहने दो लोगों ने चालान काट कर जो दो हजार की रसीद दी है उसमें लगी सील और रसीद भी फर्जी है।

इस मामले में शहर की असली पुलिस ने नकली पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर शहर में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरु कर दिया है।

फिलहाल इस बात का अभी पता नहीं चल पाया है कि नकली पुलिस ने शहर में और क्या-क्या गुल खिलाए हैं। उनके पकड़ाने के बाद ही इस बात का खुलासा हो पाएगा। लेकिन नकली पुलिस ने असली पुलिस की मुस्तैदी की पोल जरुर खोल कर रख दी है।