रायपुर। संसद में पारित तीनों कृषि बिलों पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दस्तखत कर दिए हैं. अब यह बिल कृषि कानून बन गया है. इसके विरोध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल सुबह 11 बजे राजीव भवन से लेकर राज्यपाल निवास तक पैदल मार्च करेंगे. इसके बाद राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल अनुसुईया उइके को ज्ञापन सौंपेंगे. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम समेत कई कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे.

कांग्रेस का कहना है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा में मनमाने ढंग से बिना चर्चा और पूर्व परामर्श के ऐसे बिल पास कर लिए हैं. जिसका दुष्परिणाम सीधे तौर पर किसान और आम उपभोक्ताओं पर पड़ने वाला है. किसान उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2020, किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन कृषि सेवा विधेयक 2020, आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020 बिलों का राष्ट्रव्यापी विरोध हो रहा है. 

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा संसद में पास किए गए कृषि कानूनों का देश भर में विरोध हो रहा है. खासतौर पर किसान और कांग्रेस इसका विरोध जता रही है. कई प्रदेशों में किसान सड़कों पर है. केंद्र सरकार लाठियों के दम पर उनकी आवाज को दबा देना चाहती है. इस कानून को कांग्रेस काला कानून और किसान विरोधी बता रही है.