रायपुर। राज्य सरकार बच्चों को बिना किसी शुल्क के स्तरीय शिक्षा देने के लिए 40 अंग्रेजी स्कूलों को खोलने जा रही है. इन स्कूलों में व्यवस्था उम्मीद के अनुरूप रहे इसके लिए शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. आलोक शुक्ला स्वयं व्यवस्ता की निगरानी में जुटे हुए हैं. इसके लिए उन्होंने एक माह के अंतराल में बाई रो़ड कोरोना कॉल में 28 जिलों में बनाए जा रहे इन सरकार स्कूलों का निरीक्षण किया.

लल्लूराम डॉट कॉम से विशेष बातचीत करते हुए स्कूल शिक्षा तकनीकी शिक्षा व संसदीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की मंशा अनुसार, प्रदेश में शिक्षा गुणवत्ता में वृद्धि किए जाने कोरोना संकट में बच्चों के सीखने की गति को बरकरार रखने शिक्षकों द्वारा अपनाई जा रही नवाचारी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने मुख्यमंत्री की मंशा अनुसार प्रदेश में निशुल्क प्रारंभ किए गए 40 इंग्लिश माध्यम के उत्कृष्ट विद्यालय की प्रगति का प्रत्यक्ष अवलोकन किया.

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षक एक से बढ़कर एक नवाचार के माध्यम से पढ़ाई करा रहे हैं, हमारे शिक्षक कोरोना काल में इतना मेहनत कर रहे हैं. उनके सामने 28 जिलों का दौरा कम है. इस दौरे के बाद शिक्षकों प्रति एक नए नजरिया के साथ श्रध्दा बड़ा है. छत्तीसगढ़ में जो नवाचार अपनाए गए हैं, उसकी तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है, मन की बात कार्यक्रम में जशपुर जिला में हो रहा नवाचार से पढ़ाई को लेकर पीएम ने देश के सामने रखते हुए तारीफ की.

डॉ. शुक्ला ने कहा कि सुकमा और नारायण हो रही पढ़ाई को लेकर देश के नीति आयोग ने अपने प्लेटफार्म में जगह देकर देश को बताया सभी जगह कोरोना कॉल में  इस पध्दती से पढ़ाई कराया जा सकता है. 1 महीने के अंतराल में छत्तीसगढ़ के समस्त 28 जिलों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया सभी कलेक्टरों के साथ 40 इंग्लिश मीडियम स्कूल को देखा. वही 100 से अधिक विकास खंडों में हजारों शिक्षकों और बच्चों को प्रत्यक्ष सीखते देखा.