दिल्ली। अभिनेत्री कंगना रनौत को हरामखोर बोलना शिवसेना नेता संजय राउत के लिए भारी पड़ता दिख रहा है। अब बांबे हाईकोर्ट ने उनसे इसको लेकर जवाब मांगा है।
अभिनेत्री कंगना रनौत के दफ्तर में तोड़फोड़ के मामले पर आज बॉम्बे हाईकोर्ट ने सुनवाई की। इस दौरान अदालत में कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत को यह बताना होगा कि उन्होंने हरामखोर शब्द किसके लिए इस्तेमाल किया था। कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील डॉ. बीरेंद्र सराफ ने एक वीडियो क्लिप दिखाया। जिसमें संजय राउत ‘वो हरामखोर लड़की’ कह रहे थे। अदालत ने डॉ. सराफ से कंगना रनौत के सभी ट्वीट और संजय राउत के पूरे वीडियो इंटरव्यू पेश करने को कहा है।
बांबे हाईकोर्ट ने फिर से मुंबई. नगर महापालिका यानि (बीएमसी) को तगड़ी फटकार लगाई। अदालत ने बीएमसी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर कंगना का आफिस गिराने जैसी तेजी बीएमसी हर मामले में दिखाती तो मुंबई रहने के लिए और बेहतर शहर होता। कंगना के वकील ने उच्च न्यायालय में दलील देते हुए कहा कि बीएमसी की कार्रवाई सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन है।