दुर्ग/रायपुर। कुम्हारी नगर पालिका के पार्षद और सामाजिक कार्यकर्ता निश्चय वाजपेयी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने निश्चय वाजपेयी पर धारा 151 लगा कर उन्हें जेल भेज दिया है। निश्चय वाजपेयी पर आरोप है कि वे गोठान बनाने में विघ्न पैदा कर रहे थे।

मामला कुम्हारी नगर पालिका के परसदा का है। यहां गोठान बनाने के लिए नगर पालिका द्वारा सरकारी जमीन पर बनाए गए ब्यारा(खलिहान) का घेरा तोड़ने जेसीबी भेजी गई थी। जिसका वहां के किसान विरोध कर रहे थे। किसानों ने इसकी जानकारी निश्चय वाजपेयी को दी। मौके पर पहुंचे निश्चय वाजपेयी ने ग्रामीणों से बात की जिसका वीडियो भी सामने आया है।

किसानों का कहना है कि निस्तारी के लिए ब्यारा नहीं है, वे पिछले 40-50 साल से यहीं पर अपनी फसलें रखते हैं उसकी मिजाई करते हैं। एक महीने के अंदर उनकी फसल कट कर आ जाएगी तो ऐसे में वे उसे कहां रखेंगे।

एक किसान ने बताया काफी पहले उसे नोटिस मिली थी, खाली करने के लिए। वहीं ज्यादातर किसानों का यह भी कहना है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं दी गई। वहां मौजूद एक वृद्ध महिला का कहना है उनका ब्यारा और मकान तोड़ने के लिए कहा जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक निश्चय वाजपेयी ने कोरोना लॉक डाउन के दौरान तोड़-फोड़ का विरोध किया। उन्होंने किसानों की समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखा कि अभी उनकी फसल कट कर आने वाली है, ऐसे में वे अपनी फसल कहां रखेंगे। जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक निश्चय वाजपेयी ने कोरोना और लॉक डाउन का हवाला देते हुए कहा कि वर्तमान में अत्यावश्यक कार्य ही किये जाने का सरकारी आदेश है। वे अभी तोड़-फोड़ ना करें, इसका समाधान के लिए प्रयास किया जाएगा। किसानों के विरोध को देखते हुए वहां पुलिस बल बुलाया गया और निश्चय वाजपेयी को शांति भंग करने के आरोप में धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

इस मामले में हमने सीएसपी छावनी विश्वास चंद्राकर से बात की तो उन्होंने कहा कि निश्चय वाजपेयी गोठान बनाने में विघ्न पैदा कर रहे थे। जिसकी वजह से उनके खिलाफ अभी फिलहाल धारा 151 लगा कर कुम्हारी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले की अभी जांच की जा रही है। लेकिन जब उनसे कब्जा हटाने की प्रारंभिक सूचना की बात कही गई तो उन्होंने हमें नगर पालिका के अधिकारियों से बात करने की सलाह दी।

शराब के खिलाफ आंदोलन को लेकर रहे चर्चा में

आपको बता दें निश्चय वाजपेयी पिछले एक दशक से शराब बंदी को लेकर जिले में अभियान चला रहे हैं। उऩके द्वारा शराब दुकान खोले जाने का विरोध किया जाता रहा है। कुम्हारी क्षेत्र के सभी गांव उनके साथ लंबा आंदोलन भी कर चुके हैं। खास तौर पर जिले की महिलाओं ने शराब के खिलाफ उनके आंदोलन में मोर्चा संभाले रहा।

पालिका के खिलाफ गए थे हाईकोर्ट

इसके अलावा हाल ही में नगर पालिका द्वारा तालाब को पाटकर सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा था जिसका भी उन्होंने जोर शोर से विरोध किया था और हाईकोर्ट में इसके खिलाफ याचिका दायर की थी। यही नहीं पालिका क्षेत्र में खतरनाक बैक्टीरिया ई-कोलाई युक्त जल प्रदाय किये जाने के खिलाफ भी वे मुखर रहे और शुद्ध जल सप्लाई के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। इन सारी वजहों से वे शासन-प्रशासन के आंखों की लगातार किरकिरी बने हुए थे।

जेल में हो चुका है कोरोना विस्फोट

फिलहाल सामाजिक कार्यकर्ता और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि निश्चय वाजपेयी दुर्ग केन्द्रीय जेल में बंद हैं। उस दुर्ग केन्द्रीय जेल में जहां 80 से ज्यादा कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और एक कैदी की यहां संदिग्ध मौत भी हुई थी, जिसे कोरोना पॉजिटिव माना जा रहा था।

देखिये वीडियो

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