सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। अनुकंपा नियुक्ति की मांग लेकर पूर्व राज्य परिवहन निगम के मृत कर्मचारियों के परिजन बीते पांच दिनों से अनिश्चितकालिन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं, लेकिन शासन-प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली है. आंदोलन पर बैठे मृत कर्मचारियों के परिजनों ने जल्दी मांगें पूरी नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है, जिसकी सारी जवाबदेही शासन की होगी.

छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के तत्वावधान में अनुकंपा नियुक्ति के लिए पूर्व राज्य परिवहन निगम के मृत कर्मचारियों के परिजन सप्रे शाला स्कूल परिसर में पांच दिन से भूख हड़ताल में बैठे हैं. संघ के राकेश साहू ने बताया कि 80 मृत कर्मचारियों के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ मिलना है. इस संबंध में कोर्ट ने चार माह के भीतर सरकार को समिति बनाकर नियुक्ति देने का आदेश दिया था, लेकिन सालभर बीतने के बाद भी इस पर क्रियान्वयन नहीं हुआ है.

उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर क्रमित उपवास पर बैठे मृत कर्मचारी साथियों के परिजनों को पांच दिन हो गया है, लेकिन शासन ने कोई सुध नहीं ली है. उन्होंने आरोप लगाया कि कलेक्टर कार्यालय एवं मंत्रालय के अफसरों की लापरवाही के चलते या अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण लटका हुआ है. वर्ष 2011 में शिक्षाकर्मी में नियुक्ति की गई है. वर्ष 2013 में सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश की अवहेलना कर सीआईडीसी के कर्मचारियों को नियुक्ति से वंचित होना पड़ा.

साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन, वित्त सचिव, सामान्य प्रशासन सचिव एवं परिवहन सचिव के द्वारा दिसंबर 2019 में लिए गए निर्णय के उपरांत भी आज तक आदेश जारी नहीं किया जाना शासन की लेटलतीफी दर्शाता है. वहीं उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश का पालन नहीं किया जाना निराशाजनक है. हताश होकर संगठन के तत्वाधान में परिजनों द्वारा उपवास किया जा रहा है.