रायपुर- मरवाही उप चुनाव में जीत की रणनीति तैयार करने में जुटे राजनीतिक दलों की कवायद के बीच बीजेपी के पूर्व विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव की प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को लिखी गई एक चिट्ठी सियासी गलियारों में चर्चा में है. इस चिट्ठी में जूदेव ने साय को खुद चुनावी मैदान में बतौर उम्मीदवार उतरने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा है कि ‘ताकत दिखाने का यह सबसे सही समय है’. युद्धवीर के इस आशय पर संगठन में रायशुमारी शुरू हो गई है. बड़े नेता इस बयान के कई तरह से कयास निकालने में जुट गए हैं. आला नेताओं का एक धड़ा यह मानता है कि यह चिट्ठी एक तरह से नेतृत्व पर निशाना है. नेता कहते हैं कि जूदेव जिस ताकत को दिखाने का जिक्र कर रहे हैं, दरअसल वह ताकत संगठन की वास्तविक कमान अपने हाथों में लिए जाने को लेकर हैं. संगठन के आला नेता कहते हैं कि भले ही साय अध्यक्ष हैं, लेकिन राज्य संगठन की कमान पूरी तरह से उनके हाथों नहीं है, यही वजह है कि जूदेव अपनी चिट्ठी के बहाने दूर का निशाना लगा रहे हैं. आदिवासी आरक्षित मरवाही सीट से बीजेपी ने डाॅक्टर गंभीर सिंह को उम्मीदवार बनाया है, इस पर युद्धवीर कहते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष चाहे तो उम्मीदवार बदला जा सकता है.

युद्धवीर सिंह जूदेव ने बहुजन हिन्दू महासभा के अपने संगठन के हवाले से विष्णुदेव साय को चिट्ठी लिखकर कहा है कार्यकर्ताओं की ओर से भी यह मांग की जा रही है कि मरवाही उप चुनाव में नामांकन भरकर साय खुद चुनाव लड़ें. इससे यह चुनाव बीजेपी आसानी से जीत लेगी. मरवाही में 40 फीसदी गोंड और 40 फीसदी कंवर आदिवासियों की आबादी का जिक्र करते हुए जूदेव ने साय को लिखा है कि वह कंवर समाज से आते हैं, लोकप्रियता में कोई सानी नहीं है. 28-29 साल की उम्र में पहला चुनाव जीता था. 4 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं. केंद्रीय मंत्री के रूप में समाज में लोकप्रियता की छाप छोड़ चुके हैं. ऐसे में चुनाव लड़कर आसानी से जीत हासिल किया जा सकता है.

जूदेव ने चिट्ठी में लिखा है कि राज्य में कांग्रेस की लहर समाप्त हो गई है. शराब का मुद्दा हो या फिर धान खरीदी का या फिर नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी की योजना, हर मुद्दे पर सरकार फेल हो चुकी है. छत्तीसगढ़ में विकास और निर्माण कार्य विलुप्त हो गए हैं. राज्य की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है. हर किसी की नजर बीजेपी की ओर है.  उन्होंने चिट्ठी में जिक्र करते हुए लिखा है कि, जब-जब साय प्रदेश अध्यक्ष रहे, विपरीत परिस्थितियों में भी पार्टी को सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचाया. छत्तीसगढ़ में बीजेपी लगातार 15 सालों तक सत्ता में रही, लेकिन आज पार्टी 14 सीटों पर सिमट गई है. उन्होंने साय के लिए लिखा है कि, आप दीपक के उजाले हैं.

युद्धवीर सिंह जूदेव की साय को लिखी गई चिट्ठी-