सरकार द्वारा पास किए गए कृषि कानूनों, कोरोना महामारी से निपटने के मामले, अर्थव्यवस्था की हालत और दलितों के खिलाफ अत्याचार के मामलों पर सरकार पर निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है। सोनिया ने हाल ही में सरकार द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों को कृषि विरोधी काले कानून बताते हुए मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि हरित क्रांति से हासिल किये गये फायदों को खत्म करने की साजिश सरकार द्वारा रची गयी है।
कांग्रेस महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि देश में ऐसी सरकार है जो देश के नागरिकों के अधिकारों को कुछ मुट्ठीभर पूंजीपतियों के हाथें में सौंपना चाहती है। पिछले महीने कांग्रेस में सांगठनिक स्तर पर बड़े फेरबदल के बाद सोनिया गांधी ने पहली बार महासचिवों और राज्य प्रभारियों की बैठक की अध्यक्षता की। सरकार के कृषि कानूनों पर हमला करते हुए सोनिया ने कहा कि, करोड़ों खेतिहर मजदूरों, बंटाईदारों, पट्टेदारों, छोटे और सीमांत किसानों, छोटे दुकानदारों की रोजी-रोटी पर सरकार ने हमला किया है।